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    छत्तरपुर की प्यासी पुकार: जल बोर्ड और बीजेपी विधायक पर नारेबाजी, अवैध निर्माणों से सूखे नल – 'टेंकर माफिया की साठगांठ' का गंभीर आरोप!

    छत्तरपुर की प्यासी पुकार: जल बोर्ड और बीजेपी विधायक पर नारेबाजी, अवैध निर्माणों से सूखे नल – 'टेंकर माफिया की साठगांठ' का गंभीर आरोप!



    📝We News 24 :डिजिटल डेस्क »वी न्यूज 24, नई दिल्ली प्रकाशित: रविवार, 05 अक्टूबर 2025, 02:00 PM IST


    वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार के साथ पवन सह की रिपोर्ट


    सार

    दक्षिणी दिल्ली के छत्तरपुर रामलीला चौक पर रविवार दोपहर सैकड़ों स्थानीय निवासियों ने पीने के पानी की किल्लत के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। दिल्ली जल बोर्ड (DJB) और स्थानीय विधायक करतार सिंह (बीजेपी) के खिलाफ नारे लगाते हुए लोग सड़क पर उतर आए। आरोप है कि विधायक के संरक्षण में अवैध 7 मंजिला फ्लैट, शॉपिंग मॉल और बिल्डिंगें बन रही हैं, जिससे पानी का दबाव कम हो रहा। निवासियों का कहना है कि उनके घरों के नल सूखे पड़े हैं, जबकि अवैध निर्माणों में 'पानी की गंगा' बह रही। पिछले 1.5 साल से दर्जनों शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं। टेंकर माफिया से साठगांठ का भी आरोप – क्या दिल्ली की बीजेपी सरकार आम आदमी को पीने का पानी तक नहीं दे पाएगी?


    छत्तरपुर की प्यासी पुकार: जल बोर्ड और बीजेपी विधायक पर नारेबाजी, अवैध निर्माणों से सूखे नल – 'टेंकर माफिया की साठगांठ' का गंभीर आरोप!



    विस्तार

    दिल्ली की राजधानी होने के बावजूद पानी की किल्लत अब महामारी बन चुकी है। छत्तरपुर जैसे किफायती इलाके, जहां मध्यमवर्गीय परिवार रहते हैं, आज सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। रविवार दोपहर रामलीला चौक पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए – महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग – हाथों में खाली बाल्टी और नारे लगाते हुए। "पानी दो, पानी दो! जल बोर्ड चोर है, विधायक बेचारा!" जैसे नारे गूंजे। प्रदर्शनकारी DJB के जेई अतुल कुमार के नाम पर भी भड़के, जिन्हें शिकायतों की अनदेखी का दोषी ठहराया।




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    स्थानीय निवासी नवीन बंसल ने कहा, "हमारे घरों में नल सूखा पड़ा है। विधायक करतार सिंह तंवर  के संरक्षण में खुले आम अवैध निर्माण हो रहे – 7 मंजिला फ्लैट, शॉपिंग मॉल। इनकी वजह से पानी का प्रेशर खत्म हो गया। वहां पानी बह रहा, यहां प्यासे मर रहे।" विकास शर्मा ने जोड़ा, "हम विधायक कार्यालय और DJB के चक्कर काट-काटकर चप्पल घिस चुके। 1.5 साल से आवेदन दे रहे, लेकिन फाइलें गुम।"


    छत्तरपुर की प्यासी पुकार: जल बोर्ड और बीजेपी विधायक पर नारेबाजी, अवैध निर्माणों से सूखे नल – 'टेंकर माफिया की साठगांठ' का गंभीर आरोप!



    वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार, जो स्थानीय निवासी भी हैं, ने बताया, "पिछले डेढ़ साल में दर्जनों RTI और शिकायतें विधायक से लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल,और बीजेपी की रेखा सरकार में  जल मंत्री प्रवेश वर्मा जल बोर्ड के जेई  अतुल कुमार , DJB के एक्शन ब्रांच तक भेजीं। लेकिन सुनवाई शून्य। जो सरकार पीने का पानी न दे सके, वो क्या देगी? बीजेपी के बड़े नेता – रामवीर सिंह विधूड़ी, रमेश बिधुड़ी – चुनाव से पहले वादे करते थे कि पानी की नहरें लाएंगे। लेकिन हालात केजरीवाल सरकार से भी बदतर।"


    प्रदर्शनकारियों ने टेंकर माफिया से साठगांठ का गंभीर आरोप लगाया। एक निवासी ने कहा, "जान बूझकर DJB का प्रेशर कम रखा जाता है, ताकि लोग टैंकर खरीदें। शिकायत पर भी टैंकर नहीं आता। विधायक की मिलीभगत साफ दिख रही।" यह आरोप दिल्ली की पुरानी समस्या को रेखांकित करता है, जहां अवैध निर्माणों से भूजल स्तर गिर रहा और DJB की सप्लाई प्रभावित हो रही। 2024 में छत्तरपुर में DJB ऑफिस पर तोड़फोड़ हुई थी, लेकिन 2025 में भी वही हाल।


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    राजनीतिक पृष्ठभूमि और तथ्य


    अवैध निर्माण: छत्तरपुर में 2024-25 में MCD ने 200+ अवैध बिल्डिंगें सील कीं, लेकिन कई फिर खुल गईं। जल बोर्ड के अनुसार, अवैध कनेक्शन से 20-30% पानी बर्बाद हो रहा।

    शिकायतें: DJB के पास 2025 में दक्षिण दिल्ली से 5,000+ पानी संबंधी शिकायतें आईं, लेकिन समाधान दर मात्र 40%।

    राजनीतिक वादे: 2024 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 'हर घर नल, हर बूंद पानी' का वादा किया, लेकिन 2025 में गर्मी से संकट बढ़ा। सांसद रामवीर सिंह विधूड़ी ने संसद में DJB की लापरवाही पर सवाल उठाए, लेकिन स्थानीय स्तर पर कार्रवाई नदारद।

    केजरीवाल युग: 2015-2020 में DJB ने 1,000+ बोरवेल ड्रिल किए, लेकिन अवैध निर्माणों पर सख्ती कम। अब बीजेपी-सरकार  में जनता परेशान है ।


    प्रदर्शन विरोधपूर्ण  रहा, लेकिन स्थानीयों ने चेतावनी दी – अगर हमारे घर तक  पानी न पहुंचा, तो बड़ा आंदोलन होगा। DJB ने कहा, "टैंकर भेजे जा रहे," लेकिन निवासी संतुष्ट नहीं। यह घटना दिल्ली की बढ़ती जनसंख्या (2 करोड़+) और जल संकट को उजागर करती है – क्या सरकार जागेगी?


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