बरेली में सपा प्रतिनिधिमंडल की 'नो एंट्री': माता प्रसाद पांडेय हाउस अरेस्ट, सांसद बर्क के घर पुलिस तैनात; इकरा हसन और मलिक को रोका
📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » वी न्यूज 24, लखनऊ,प्रकाशित: आशीष भरद्वाज | अपडेट: शनिवार, 04 अक्टूबर 2025, 10:00 AM IST
उत्तर प्रदेश के बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद से उपजी हिंसा के बाद तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है, जबकि संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पुलिस तैनात है। सपा प्रतिनिधिमंडल, जिसमें सांसद इकरा हसन, मोहिबुल्लाह नदवी और हरेंद्र सिंह मलिक शामिल थे, को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोक दिया गया। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर बिना अनुमति राजनीतिक प्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। सपा नेता इसे सरकार की कमियों को छिपाने की साजिश बता रहे हैं।
विस्तार
बरेली में 26 सितंबर को 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद पर प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद प्रशासन सतर्क है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की यह घटना पथराव, वाहनों में आगजनी और पुलिस पर हमले तक पहुंच गई, जिसमें कई लोग घायल हुए। सपा का 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मिलने और स्थिति का जायजा लेने बरेली जा रहा था, लेकिन बरेली डीएम ने सभी पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर बिना इजाजत किसी राजनीतिक नेता के प्रवेश पर रोक लगा दी।
लखनऊ में माता प्रसाद पांडेय के आवास पर सुबह से भारी पुलिस बल तैनात है। पांडेय ने गाड़ी में सवार होने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने कहा, "पुलिस ने नोटिस दिया है कि घर पर रहें। अगर डीएम का पत्र होता तो मान लेते, लेकिन यह उनकी कमियों को छिपाने की कोशिश है।" संभल में सपा सांसद बर्क के घर भी पुलिस का पहरा है।
दूसरी ओर, इकरा हसन, मोहिबुल्लाह नदवी और हरेंद्र सिंह मलिक सहित प्रतिनिधिमंडल को गाजीपुर सीमा पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोक लिया गया। इकरा हसन ने कहा, "हम पीड़ितों की आवाज उठाने जा रहे थे, लेकिन सत्ता की साजिश से रोका गया।" मलिक ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।
प्रशासन का पक्ष और सुरक्षा उपाय
प्रशासन का कहना है कि धारा 163 बीएनएसएस के तहत सार्वजनिक सभाओं पर प्रतिबंध है, और नेताओं के आने से कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है। 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं निलंबित रहीं। एसीपी आशुतोष कुमार सिंह ने कहा, "कोई समस्या नहीं, हर जगह पुलिस तैनात है।" पुलिस ने आईएमसी के नफीस खान और उनके बेटे फरमान को गिरफ्तार किया, कुल गिरफ्तारियां 81 हो गईं। एसएसपी अनुराग आर्य ने इसे साजिश बताया।
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विवाद की शुरुआत कानपुर से हुई, जहां ईद-ए-मिलाद पर 'आई लव मोहम्मद' बोर्ड लगाए गए, जिसे हिंदू संगठनों ने उकसावे वाला बताया। यह बरेली तक फैला और हिंसा भड़की। विपक्ष इसे मुस्लिम तुष्टिकरण और पुलिस दमन का मुद्दा बना रहा है।
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