बिहार में हो गया खेला, चिराग की पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के लिए किया बड़ा दावा.
We News 24 :डिजिटल डेस्क » संवाददाता ,अमिताभ मिश्रा
पटना, 13 नवंबर, 2025 :- के बिहार विधानसभा चुनाव (14 नवंबर) के नतीजों से ठीक पहले, मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासत गरमा गई है। महागठबंधन के सीएम चेहरे तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि वह 18 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जबकि एनडीए की ओर से लोक जनशक्ति पार्टी (एनजेपी) की सांसद शांभवी चौधरी ने इस पर तीखा पलटवार किया है। चौधरी ने कहा कि तेजस्वी को "सपने देखना बंद कर देना चाहिए", क्योंकि जनता ने नीतीश कुमार पर अपना विश्वास जताया है और वह फिर से शपथ लेंगे।
एग्जिट पोल के बाद यह जुबानी जंग और तेज हो गई है, जिसमें ज्यादातर सर्वेक्षणों (जैसे एक्सिस माई इंडिया, टुडे चाणक्य) ने एनडीए को बहुमत (121-141 सीटें) दिया है। तेजस्वी ने इसे "भाजपा के इशारे पर" बताया और महागठबंधन की जीत का दावा किया।
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तेजस्वी का दावा: '18 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह, बदलाव तय'
पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने कहा, "हमने पहले ही कहा था कि नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे और शपथ ग्रहण समारोह 18 नवंबर को होगा। यह ज़रूर होगा।" उन्होंने एग्जिट पोल को खारिज करते हुए दावा किया कि बिहार में माहौल 1995 जैसा है, जहाँ सरकार के खिलाफ भारी मतदान हो रहा है। उन्होंने कहा, "लोगों ने बदलाव के लिए वोट दिया है। महागठबंधन भारी जीत हासिल कर रहा है।" तेजस्वी ने केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती पर भी सवाल उठाया और इसे "मनोवैज्ञानिक दबाव" बताया।
शांभवी का पलटवार: "सपने मत देखो, नीतीश ही मुख्यमंत्री बनेंगे"
पटना में मीडिया से बात करते हुए लोजपा (एन) सांसद शांभवी चौधरी ने तेजस्वी के दावे पर तंज कसा। उन्होंने कहा, "सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन मुख्यमंत्री बनने का सपना मत देखो। जनता ने नीतीश कुमार को अपना नेता चुना है।" उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने अगले पाँच साल के लिए नीतीश पर भरोसा जताया है।
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चौधरी ने आगे कहा, "एनडीए की सरकार एक बार फिर बनेगी। 14 नवंबर को सब कुछ साफ़ हो जाएगा। नतीजे आने में 24 घंटे बाकी हैं, सबको पता चल जाएगा कि कौन शपथ लेगा।" उन्होंने नीतीश पर लगे "टाइगर ज़िंदा है" पोस्टरों को पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार आज भी लोगों के दिलों में ज़िंदा हैं। महिलाओं पर उनका भरोसा अटूट है।"
बूथ कैप्चरिंग पर तंज कसते हुए: "बिहार बदल गया है, एनडीए साल भर लोगों के बीच रहता है।"
शांभवी ने बिहार में बदलाव पर ज़ोर देते हुए कहा, "बूथ कैप्चरिंग जैसी घटनाएँ अब नहीं होतीं। लोग वोट से सरकार बनाते हैं। एनडीए के नेता तेजस्वी की तरह सिर्फ़ चुनाव के दौरान ही नहीं, बल्कि साल भर लोगों के बीच रहते हैं।" उन्होंने दावा किया कि एनडीए पूरी ताकत से मैदान में है और जनता ने अपना फैसला सुना दिया है।
राजनीतिक संग्राम: दोनों खेमे आश्वस्त, एग्जिट पोल में एनडीए आगे
यह बयानबाजी तब और तेज़ हो गई जब एग्जिट पोल में एनडीए को 130-160 सीटें (महागठबंधन को 73-108) और जन सुराज को 0-3 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया। तेजस्वी ने इन पोल को "फर्जी" करार दिया और मतगणना पर नज़र रखने की चेतावनी दी।
उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी चुटकी लेते हुए कहा, "मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना बंद करो। बिहार की जनता जंगलराज नहीं चाहती।" उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, "यह राजतंत्र नहीं है; जनता फैसला करेगी।"
मतगणना 14 नवंबर को सुबह 8 बजे शुरू होगी और रात तक पूरी हो जाएगी। दोनों खेमे आश्वस्त हैं, लेकिन अंतिम फैसला जनता का है।
जय बिहार!
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