छत्तरपुर: बेटी फाउंडेशन ने 31 बेटियों का सामूहिक विवाह कराया, हर जोड़े को मिला 1 लाख+ का सामान
We News 24 :डिजिटल डेस्क » वरिष्ठ संवाददाता ,दीपक कुमार
नई दिल्ली, 16 नवंबर 2025, शाम 6:30 बजे (आईएसटी): दिल्ली के छत्तरपुर मंदिर परिसर में रविवार का दिन 31 दिव्यांग और निर्धन बेटियों के परिवारों के लिए खुशियों का त्योहार बन गया। बेटी फाउंडेशन के चेयरमैन सतीश लोहिया के नेतृत्व में आयोजित इस भव्य सामूहिक विवाह समारोह ने न सिर्फ शादी के बोझ से राहत दी, बल्कि समाज को एकजुटता का संदेश भी दिया। समारोह में हर जोड़े को एक लाख रुपये से अधिक मूल्य का गृहस्थी सामान देकर नई जिंदगी की शुरुआत को सम्मानजनक बनाया गया।
छत्तरपुर मंदिर गूंजा मंगलध्वनियों से
सुबह 8 बजे से छत्तरपुर मंदिर का विशाल प्रांगण खुशियों, मंगलगान और मानवीय संवेदनाओं से भर गया। बरातियों और घरातियों के चेहरे पर अनोखी चमक थी। यह आयोजन मात्र विवाह नहीं, बल्कि एक संदेश था—"बेटियाँ बोझ नहीं, अनमोल जिम्मेदारी हैं, और समाज मिलकर इसे निभा सकता है।" 7000 से अधिक लोगों की मौजूदगी ने इसे सामाजिक महायज्ञ का रूप दे दिया।
पीएम मोदी की प्रेरणा से शुरू हुई मुहिम
बेटी फाउंडेशन ने बताया कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान से प्रेरित है। फाउंडेशन का उद्देश्य बेटियों के सम्मान और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, और सामूहिक विवाह जैसे कदम इस दिशा में मील का पत्थर हैं।
24 टीमों ने संभाला व्यवस्थित प्रबंधन
समारोह को भव्य और सुचारु बनाने के लिए 24 विशेष टीमों ने मेहनत की, जिनमें शामिल थे:
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स्वागत टीम
- भोजन और सुरक्षा व्यवस्था
- दूल्हा-दुल्हन प्रबंधन
- सांस्कृतिक टीम
- स्वास्थ्य और मेडिकल सहायता
- परिवहन और भीड़ प्रबंधन
- इनके सामूहिक प्रयास से आयोजन बिना रुकावट के संपन्न हुआ।
हर जोड़े को 1 लाख से अधिक का गृहस्थी सामान
हर दूल्हा-दुल्हन को दिया गया सामान नई जिंदगी का आधार बना:
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- सोने-चांदी के जेवर
- कपड़े, सूट, साड़ियाँ
- पलंग, गद्दा, बेडशीट
- 51 बर्तनों का सेट
- कुर्सियाँ, टेबल, अलमारी
- इलेक्ट्रिक सामान (पंखा, मिक्सर-ग्राइंडर)
- लड़कियों के लिए वस्त्र और श्रृंगार सामग्री
- 34+ घरेलू आइटम और गृह-स्थापना किट
सतीश लोहिया का संकल्प
कार्यक्रम के अंत में सतीश लोहिया ने कहा, "हमारी कोशिश है कि कोई बेटी सिर्फ आर्थिक तंगी के कारण शादी न कर पाए। हर बेटी का विवाह सम्मान के साथ हो—यह हमारा प्रण है।" उनके साथ अनुज भारती, मनीष तंवर, पंकज गूड़, पवन भूष, नरेंद्र पवार, रविंद्र वर्मा, राहुल चौहान और अवनी शर्मा सहित पूरी टीम मौजूद रही। लोहिया ने यह भी घोषणा की कि उन्होंने समारोह का पूरा खर्च उठाया और भविष्य में भी गरीबों व असहायों की मदद के लिए बेटी फाउंडेशन के साथ जुड़े रहेंगे।
सामाजिक एकता की मिसाल
यह आयोजन 31 बेटियों की जिंदगी बदलने के साथ-साथ उन परिवारों में उम्मीद जगाने वाला रहा, जो अपनी बेटियों की शादी का सपना संजोए हैं। सामूहिक विवाह ने दिखाया कि समाज की एकजुटता समस्याओं को छोटा कर सकती है। यह आयोजन बेटियों के सम्मान, मानवीय सेवा और सामाजिक चेतना की मिसाल बनकर इतिहास में दर्ज होगा।
सांसद और और विधायक ने भी हिस्सा लिया
इस अवसर पर संसद रामवीर सिंह विधूड़ी और विधायक करतार सिंह तंवर ने भी हिस्सा लिया। दोनों ने सतीश लोहिया और बेटी फाउंडेशन की जमकर तारीफ की। रामवीर सिंह विधूड़ी ने कहा, "यह कार्य काबिले-तारीफ है। सतीश लोहिया जैसे और भी व्यक्ति समाज के लिए आगे आना चाहिए।" करतार सिंह तंवर ने भी इस पहल को सराहते हुए इसे बेटियों के सम्मान का प्रतीक बताया।
सामाजिक एकता की मिसाल
यह आयोजन 31 बेटियों की जिंदगी बदलने के साथ-साथ उन परिवारों में उम्मीद जगाने वाला रहा, जो अपनी बेटियों की शादी का सपना संजोए हैं। सामूहिक विवाह ने दिखाया कि समाज की एकजुटता समस्याओं को छोटा कर सकती है। यह आयोजन बेटियों के सम्मान, मानवीय सेवा और सामाजिक चेतना की मिसाल बनकर इतिहास में दर्ज होगा।
वी न्यूज 24 स्पेशल: यह रिपोर्ट बेटी फाउंडेशन के आधिकारिक बयान और मौके की ग्राउंड रिपोर्ट पर आधारित है। अधिक जानकारी के लिए फाउंडेशन से संपर्क करें।
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