पुलवामा जैसे हमले की साजिश ,जैश ने दक्षिण कश्मीर को निशाना बनाया , वैष्णो देवी-कटरा हाई अलर्ट पर
We News 24 :डिजिटल डेस्क » ब्यूरो रिपोर्ट
श्रीनगर, 19 नवंबर, 2025, सुबह 5:00 बजे (IST): ऑपरेशन सिंदूर में अपने नेटवर्क के खात्मे और कई प्रमुख सदस्यों की मौत से हताश जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जम्मू-कश्मीर में 2019 में पुलवामा जैसे वाहन बम (VBIED) या आत्मघाती हमले की साजिश रच रहा है। खुफिया एजेंसियों ने इस खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है, जिसमें दक्षिण कश्मीर में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों या भीड़भाड़ वाली जगहों पर हमले शामिल हैं। दिल्ली में लाल किले में हुए कार बम विस्फोट (10 नवंबर, 13 लोग मारे गए, 20 घायल) के बाद, इस अलर्ट ने पूरे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है। जम्मू-कश्मीर सरकार को भेजे गए अलर्ट के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
जैश-ए-मोहम्मद की हताशा: पुलवामा दोहराने की योजना, ISI की मंज़ूरी
खुफिया सूत्रों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद ऑपरेशन सिंदूर (अक्टूबर 2025) में हुए नुकसान का बदला लेने के लिए बेताब है, जिसमें उसके कई कमांडर मारे गए थे। यह संगठन 2019 के पुलवामा हमले (जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे) की तरह वीबीआईईडी (वाहन-आधारित आईईडी) या आत्मघाती दस्तों का इस्तेमाल करके हमले कर सकता है। दक्षिण कश्मीर (पुलवामा, शोपियां) मुख्य निशाना है, लेकिन दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और गुजरात में भी योजनाएँ चल रही हैं। यह 'सफेदपोश आतंकी' मॉड्यूल (डॉक्टरों और मौलवियों से जुड़ा) पाकिस्तानी ISI की पूरी मंज़ूरी से सक्रिय है। पुलवामा के डॉ. उमर उन नबी (जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े) ने लाल किला विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट-आधारित आईईडी का इस्तेमाल किया था।
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जम्मू-कश्मीर में सतर्कता बढ़ाई गई: चौकियों पर वाहनों की जाँच, चोरी हुए वाहनों का डेटाबेस
अलर्ट के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की गहन जाँच की गई। चौकियों और रोड ओपनिंग पार्टियों (आरओपी) को "अत्यधिक संदिग्ध" वाहनों पर ध्यान केंद्रित करने का आदेश दिया गया है। चोरी हुए वाहनों का एक डेटाबेस बनाया गया है, क्योंकि जैश-ए-मोहम्मद वीबीआईईडी के लिए चोरी की कारों का इस्तेमाल करता है। एनआईए ने लाल किला मामले की जाँच अपने हाथ में ले ली है और जैश-ए-मोहम्मद-ए-गुवाहाटी मॉड्यूल की जाँच तेज कर दी है।
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वैष्णो देवी भवन और कटरा में सुरक्षा कड़ी: तीर्थयात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित
लाल किला विस्फोट के बाद, माता वैष्णो देवी भवन, कटरा आधार शिविर और जम्मू शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कटरा में सभी चौकियों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और वाहनों की गहन जाँच की गई है। मुख्य बस स्टैंड, अंतरराज्यीय टर्मिनल (काउंटर संख्या 2) और पंजीकरण केंद्र पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। भवन परिसर और मार्गों पर पुलिस और सीआरपीएफ हाई अलर्ट पर हैं। अधिकारियों ने कहा, "हम तीर्थयात्रियों के लिए एक परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करेंगे।" जम्मू-राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे पटरियों पर भी सतर्कता बरती गई।
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जैश-ए-मोहम्मद का नया तरीका—कट्टरपंथीकरण से फिदायीन हमले, घुसपैठ मुश्किल
ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमा पर सख्ती बढ़ने के साथ, जैश-ए-मोहम्मद अब घुसपैठ के बजाय स्थानीय कट्टरपंथ (डॉक्टरों और मौलवियों के माध्यम से) पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। पुलवामा के डॉ. उमर ने लाल किले में अमोनियम नाइट्रेट (360 किलोग्राम बरामद) का इस्तेमाल करके एक आईईडी बनाया था। 8 गिरफ्तार (डॉ. मुज़म्मिल, डॉ. शाहीन, आदि)। सुरक्षा एजेंसियाँ 'ऑपरेशन डी-6' (6 दिसंबर, बाबरी मस्जिद की बरसी) को नाकाम करने के लिए तैयार हैं।
वी न्यूज़ 24 विशेष: यह रिपोर्ट खुफिया सूत्रों, जम्मू-कश्मीर पुलिस और एनआईए के बयानों पर आधारित है। अपडेट के लिए वी न्यूज़ 24 कुटुंब ऐप डाउनलोड करें।
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