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    दिल्ली MCD उपचुनाव: BJP को लगा झटका , AAP की सबसे बड़ी जीत भी हाथ से निकली, कांग्रेस ने मारी बाजी!

    दिल्ली MCD उपचुनाव: BJP को लगा झटका , AAP की सबसे बड़ी जीत भी हाथ से निकली, कांग्रेस ने मारी बाजी!


    We News 24 : डिजिटल डेस्क » संवाददाता गौतम कुमार

    नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं और तीनों बड़ी पार्टियों के लिए ये नतीजे चौंकाने वाले रहे। पहले 9 सीटें रखने वाली भाजपा अब सिर्फ 7 पर सिमट गई, आम आदमी पार्टी 3 से बढ़कर भी 3 ही रह गई, जबकि कांग्रेस ने एक झटके में भाजपा से संगम विहार छीन लिया। चौथी सीट ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक के खाते में चली गई।


    सबसे बड़ा झटका आप को लगा। चांदनी महल — जहाँ 2022 में आप ने 17 हजार से ज्यादा वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की थी — वहां पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार तीसरे नंबर पर धकेल दिया गया। जीत गए आप के ही बागी विधायक आले मोहम्मद इकबाल के समर्थित प्रत्याशी मोहम्मद इमरान। उन्होंने 4592 वोटों से बाजी मार ली।



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    संगम विहार में तो कहानी और भी दिलचस्प है। भाजपा के कद्दावर विधायक चंदन चौधरी के इस्तीफे से खाली हुई सीट पर उनकी ही पार्टी को जनता ने नकार दिया। कांग्रेस के सुरेश चौधरी ने बाजी मार ली और भाजपा तीसरे नंबर पर पहुँच गई। आप तो यहाँ भी तीसरे स्थान पर ही रही।


    मुंडका और नारायणा में आप ने भाजपा से सीट छीनी। दोनों जगहों पर भाजपा विधायकों — गजेंद्र दराल और एक अन्य — से लोगों की नाराजगी साफ दिखी। नारायणा में आप ने भाजपा के “बाहरी उम्मीदवार” के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और उसका फायदा ले लिया।


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    चांदनी चौक में भाजपा ने आप से सीट छीन ली। यहाँ भाजपा उम्मीदवार ने 1182 वोटों से जीत दर्ज की। बाकी पाँच सीटें — द्वारका बी, विनोद नगर, अशोक विहार, ग्रेटर कैलाश और ढिचाऊं कलां — भाजपा ने आराम से बरकरार रखीं। दक्षिणपुरी में आप ने अपनी पुरानी सीट बचाए रखी।


    कुल मिलाकर देखें तो भाजपा को 2 सीटों का शुद्ध नुकसान, आप को स्टेटस को (3 से 3) पर ही रहना पड़ा और कांग्रेस ने एक बड़ी सीट छीनकर सबको चौंकाया।


    राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि विधायकों से नाराजगी और बागी उम्मीदवारों ने इस बार उपचुनाव का रंग ही बदल दिया। अब देखना यह है कि 2027 के बड़े एमसीडी चुनाव से पहले कौन सी पार्टी इस सबक से सबक लेती है। 

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