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    अमित शाह का संसद में बड़ा ऐलान: 'भारत टैक्सी' ऐप से ओला-उबर पर लगेगी लगाम, ड्राइवरों को जीरो कमीशन का झटका पैकेज!

     

    अमित शाह का संसद में बड़ा ऐलान: 'भारत टैक्सी' ऐप से ओला-उबर पर लगेगी लगाम, ड्राइवरों को जीरो कमीशन का झटका पैकेज!

    We News 24 : डिजिटल डेस्क » संवाददाता अमित मेहलावत

    नई दिल्ली, 3 दिसंबर। लोकसभा में मंगलवार को सहकारिता मंत्री अमित शाह ने एक लिखित जवाब में खुलासा किया कि केंद्र सरकार जल्द ही 'भारत टैक्सी' नाम का नया मोबाइल ऐप लॉन्च करने वाली है। ये ऐप देशभर के कमर्शियल वाहन चालकों को प्राइवेट कैब कंपनियों की जकड़न से आजाद करने का मंसूबा रखता है। सोचिए, अब ड्राइवरों को 20-25 फीसदी कमीशन की मार नहीं झेलनी पड़ेगी – पूरी कमाई उनकी जेब में!


    सूत्रों के मुताबिक, ये ऐप 'सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड' के हाथों चलेगा, जो 6 जून 2025 को MSCS एक्ट 2002 के तहत रजिस्टर हुई बहु-राज्य सहकारी सोसाइटी है। अमित शाह ने साफ कहा, "ये सहकारी मॉडल वाला डिजिटल प्लेटफॉर्म ड्राइवरों को प्राइवेट कंपनियों की गिरफ्त से निकालने में कारगर साबित होगा।" और सबसे मजेदार बात – इसमें कोई कमीशन नहीं, ट्रांसपेरेंट फेयर, मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट, रियल-टाइम ट्रैकिंग और 24/7 कस्टमर सर्विस जैसी सुविधाएं होंगी।



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    पहले ही दिल्ली एयरपोर्ट पर 10 नवंबर को सॉफ्ट लॉन्च हो चुका है। ड्राइवर ऐप दिल्ली में 13 नवंबर से और राजकोट में 26 नवंबर से लाइव है। अभी तक 37 हजार से ज्यादा ड्राइवर रजिस्टर हो चुके हैं, जो जनवरी 2026 के फुल लॉन्च से पहले एक रिकॉर्ड है। सहकार टैक्सी के चेयरमैन जयेन मेहता ने कहा, "पीएम मोदी का 'सहकार से समृद्धि' विजन ही इसकी प्रेरणा है। अब लाखों ड्राइवरों को सम्मानजनक रोजगार मिलेगा।"


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    ये ऐप आठ बड़े सहकारी संस्थानों – NCDC, IFFCO, NABARD, KRIBHCO, अमूल, NAFED, NDDB और NCEL – के कंसोर्टियम की देन है। सरकार का दावा है कि इससे न सिर्फ ड्राइवर सशक्त होंगे, बल्कि शहरों में सस्ती और सुरक्षित मोबिलिटी भी बढ़ेगी। लेकिन सवाल ये कि क्या ओला-उबर जैसे दिग्गज चुपचाप तमाशा देखेंगे? या फिर बाजार में नया तूफान खड़ा हो जाएगा?


    अभी पायलट दिल्ली और गुजरात में चल रहा है, लेकिन जल्द ही पूरे देश में फैलने की उम्मीद। ड्राइवर भाइयों के लिए ये तो वरदान जैसा लग रहा है – अब देखना है कि ग्राउंड पर कितना असर दिखता है!

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