नेपाल के गायघाट में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में स्थानीय नेता को सम्मानित किया गया
काठमांडू, 7 दिसंबर 2024 (मंगसिर 22 गते): नेपाल के गायघाट क्षेत्र में एक धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी देखरेख कथित रूप से जापानी नागरिक हितोमी ओखानो द्वारा की गई। इस कार्यक्रम को "सदस्य प्रेरणा" नाम दिया गया था, जिसमें स्थानीय नेता विनोद कुमार खड़का (जिला अध्यक्ष, पी. समाजवादी) को एक विशेष उपाधि प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। बताया गया है कि उन्हें निचिरेन शोशू नामक संगठन से जुड़ा एक औपचारिक प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, हितोमी ओखानो वर्तमान में काठमांडू स्थित कोटेत्सु जापानी रेस्तरां में वर्किंग वीजा के तहत कार्यरत हैं, जबकि इस रेस्तरां का संचालन एक अन्य जापानी नागरिक हतानाका यासुओ द्वारा किया जाता है।
कुछ रिपोर्टों में यह भी उल्लेख किया गया है कि व्यवसायिक वीजा के अंतर्गत नेपाल में निवास कर रहे कुछ विदेशी नागरिकों पर यह आरोप लगाए गए हैं कि वे धार्मिक गतिविधियों में भी संलग्न हैं। हालांकि, इन आरोपों की पुष्टि संबंधित आधिकारिक एजेंसियों द्वारा नहीं की गई है।
जापानी नागरिक हतानाका यासुओ |
कार्यक्रम में दिखाए गए वीडियो और गतिविधियों को लेकर चिंताएं
गायघाट में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को वीडियो के माध्यम से कुछ व्यक्तिगत अनुभव प्रस्तुत किए गए, जिन्हें कार्यक्रम संचालकों द्वारा "आध्यात्मिक प्रेरणा" के रूप में प्रस्तुत किया गया। इन प्रस्तुतियों के संदर्भ में कुछ स्थानीय सूत्रों का मानना है कि इनका उपयोग धार्मिक प्रभाव उत्पन्न करने और लोगों को प्रेरित करने हेतु किया गया था।
इस आयोजन में नवनियुक्त उपनेता के साथ दो अन्य सदस्यों ने भी साक्षात्कार के माध्यम से अपनी भागीदारी दर्ज कराई।
हालांकि, निचिरेन शोशू नामक धार्मिक संगठन की नेपाल में की जा रही गतिविधियों को लेकर विभिन्न मंचों और रिपोर्टों में समय-समय पर चिंताएं व्यक्त की गई हैं। ऐसे कार्यक्रमों और उनकी पृष्ठभूमि पर निगरानी रखना धार्मिक पारदर्शिता, कानूनी अनुपालन, और सामाजिक संतुलन के दृष्टिकोण से आवश्यक हो जाता है।
जापानी नागरिक हितोमी ओखानो नेपाल में बिजनेस वीजा पर |
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वीज़ा प्रक्रिया और कार्यप्रणाली पर उठते सवाल
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कुछ विदेशी धार्मिक संस्थाओं द्वारा वीज़ा प्रक्रिया में संभावित अनियमितताओं की आशंका व्यक्त की जा रही है। इन संस्थाओं पर आरोप है कि वे पर्यटक या व्यवसायिक वीज़ा प्राप्त करते समय अपूर्ण या भ्रामक जानकारी प्रस्तुत करते हैं, जिसके माध्यम से वे विभिन्न देशों में प्रवेश करते हैं और वहां धार्मिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
विशेष रूप से जापान स्थित निचिरेन शोशू नामक संस्था की गतिविधियों को लेकर इस प्रकार की चिंताएं सामने आई हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, संस्था के कुछ सदस्यों ने व्यवसायिक या पर्यटक वीज़ा पर संबंधित देश में प्रवेश किया और बाद में वहां धार्मिक प्रचार एवं धर्मांतरण संबंधी गतिविधियों में संलग्न पाए गए।
इस प्रक्रिया में स्थानीय स्तर पर कुछ लाभ के इच्छुक व्यक्तियों द्वारा सहयोग देने की आशंका भी सामने आती रही है, जिससे नागरिक कानून और सामाजिक संतुलन प्रभावित हो सकते हैं।
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पता चला है कि नेपाल के लुंबिनी विश्वविद्यालय के डीन भी उनकी अवैध गतिविधियों में उनका साथ दे रहे हैं। पता चला है कि जापानी नागरिक ने फूजी बौद्ध कॉलेज और फूजी ओके जापानी भाषा केंद्र का पंजीकरण कराया है। माना जा रहा है कि फूजी बौद्ध कॉलेज के नाम पर निचिरेन शोशु संप्रदाय के 300 से अधिक जापानी लोगों को नेपाल लाने की तैयारी की जा रही है।
नेपाल के लुंबिनी विश्वविद्यालय की तस्वीर में डीन और जापानी नागरिक कोह्जी ओह्कुरा |
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नेपाल में निचिरेन शोशु संप्रदाय से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियों ने चिंता बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, इस संप्रदाय से जुड़े जापानी नागरिकों द्वारा फूजी बौद्ध कॉलेज और फूजी ओके जापानी भाषा केंद्र के नाम से संस्थाओं का पंजीकरण कराया गया है। माना जा रहा है कि इन संस्थाओं के माध्यम से 300 से अधिक जापानी नागरिकों को नेपाल लाने की तैयारी की जा रही है।
जापानी निचिरेन शोशु धर्मांतरण संगठन की काठमांडू में मंदिर निर्माण की तस्वीर |
नेपाल में निचिरेन शोशु संप्रदाय से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियों ने चिंता बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, इस संप्रदाय से जुड़े जापानी नागरिकों द्वारा फूजी बौद्ध कॉलेज और फूजी ओके जापानी भाषा केंद्र के नाम से संस्थाओं का पंजीकरण कराया गया है। माना जा रहा है कि इन संस्थाओं के माध्यम से 300 से अधिक जापानी नागरिकों को नेपाल लाने की तैयारी की जा रही है।
प्रमुख आरोप:
अवैध धर्मांतरण: काठमांडू में निचिरेन शोशु संप्रदाय का एक मंदिर बनाया जा रहा है, जिसके जरिए धर्मांतरण को बढ़ावा दिया जा सकता है।
वित्तीय अनियमितताएं: संप्रदाय के सदस्य हवाला के माध्यम से धन लेनदेन करते हैं और टैक्स चोरी के आरोपों से घिरे हैं।
वीजा नियमों का उल्लंघन: टूरिस्ट या बिजनेस वीजा पर आकर धार्मिक प्रचार किया जा रहा है।
अवैध धर्मांतरण: काठमांडू में निचिरेन शोशु संप्रदाय का एक मंदिर बनाया जा रहा है, जिसके जरिए धर्मांतरण को बढ़ावा दिया जा सकता है।
वित्तीय अनियमितताएं: संप्रदाय के सदस्य हवाला के माध्यम से धन लेनदेन करते हैं और टैक्स चोरी के आरोपों से घिरे हैं।
वीजा नियमों का उल्लंघन: टूरिस्ट या बिजनेस वीजा पर आकर धार्मिक प्रचार किया जा रहा है।
स्थानीय सहयोग पर सवाल:
आरोप है कि लुंबिनी विश्वविद्यालय के डीन और कुछ स्थानीय नेता इन गतिविधियों में शामिल हैं। हाल ही में गायघाट में आयोजित "सदस्य प्रेरणा" कार्यक्रम में जापानी नागरिक हितोमी ओखानो ने नेतृत्व किया, जबकि समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार खड़का को उपनेता नियुक्त किया गया।
आगामी योजनाएं:
14 दिसंबर को काठमांडू में गुरु नियोक्ति कार्यक्रम आयोजित किया जाना है, जिसमें और अधिक लोगों को शामिल करने की योजना बनाई जा रही है।
विशेषज्ञों की चेतावनी:
धर्मांतरण की यह गतिविधि नेपाल की धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा बन सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सरकार ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय पृष्ठभूमि:
निचिरेन शोशु संप्रदाय पहले भी जापान सहित कई देशों में विवादों में घिर चुका है। जापानी अदालतों ने भी इस संगठन के खिलाफ कड़े फैसले सुनाए हैं।
सरकार से मांग:
वीजा नियमों की सख्त जांच
हवाला लेनदेन पर रोक
धर्मांतरण रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई
वीजा नियमों की सख्त जांच
हवाला लेनदेन पर रोक
धर्मांतरण रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई
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