Header Ads

 


  • Breaking News

    पहलगाम आतंकी हमले में वायरल वीडियो पर बवाल,'अल्लाह-हू-अकबर' क्यों बोला? NIA की पूछताछ में जिपलाइन ऑपरेटर का पक्ष आया सामने

    पहलगाम आतंकी हमले में वायरल वीडियो पर बवाल,'अल्लाह-हू-अकबर' क्यों बोला? NIA की पूछताछ में जिपलाइन ऑपरेटर का पक्ष आया सामने




    .com/img/a/



    📢 We News 24 Hindi / वी न्यूज 24 

    📲 वी न्यूज 24 को फॉलो करें और हर खबर से रहें अपडेट!

    👉 ताज़ा खबरें, ग्राउंड रिपोर्टिंग, और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जुड़ें हमारे साथ।

    .com/img/a/ .com/img/a/ .com/img/a/ .com/img/a/ .com/img/a/

    🖋️ रिपोर्टिंग अंजली कुमारी 


    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद ज़िपलाइन ऑपरेटर मुजम्मिल एक बार फिर जांच के दायरे में आ गया है। घटना के समय का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उसके 'अल्लाह-हू-अकबर' कहने की आवाज़ सुनी गई। इसके बाद NIA (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) ने उससे दोबारा पूछताछ शुरू की है।




    ये भी पढ़े-कनाडा में खालिस्तानियों का खेल खत्म! जगमीत सिंह की करारी हार, ट्रूडो भी हारे - मार्क कार्नी सत्ता में लौटे



    👤भाई मुख्तार ने क्या कहा?
    आजतक से बातचीत में मुजम्मिल के भाई मुख्तार ने बताया कि,

    “हमले के समय मुजम्मिल ज़िपलाइन चला रहा था और पर्यटकों को राइड करवा रहा था। गोली चलने के बाद वह डर गया और घबराकर घर भाग आया। उसे दिल की बीमारी भी है।”

    पहले छोड़ा, अब दोबारा पूछताछ
    23 अप्रैल को पहली बार पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद 28 अप्रैल को उसे दोबारा बुलाया गया।



    ये भी पढ़े-कलवार विवाह संस्कार में अनूठी आस्था: ' बलभद्र मनावन' (मानाने ) की परंपरा



    'अल्लाह-हू-अकबर' पर क्या बोले NIA सूत्र?
    NIA सूत्रों का कहना है कि यह नारा कई बार किसी अचानक डरावने हादसे में धार्मिक भावना या घबराहट की स्वाभाविक प्रतिक्रिया हो सकती है — जैसे कोई व्यक्ति “हे राम” या “ओ मां” कह देता है। अभी तक मुजम्मिल का सीधा आतंकी हमले से कोई संबंध सामने नहीं आया है।

    एक ही बात पर बदलते बयान
    हालांकि, मुजम्मिल के उस समय मौजूद पर्यटक ऋषि भट्ट को ज़िपलाइन से क्यों छोड़ा गया, इस पर वो जांच एजेंसी को अलग-अलग जवाब दे रहा है। यह एजेंसियों के लिए संदेह का विषय बना हुआ है।



    ये भी पढ़े-कलवार जाति का गौरवशाली इतिहास: बान मिलाने का इतिहास और महत्व




    मुजम्मिल का परिवार
    मुख्तार के अनुसार परिवार में चार भाई, दो बहनें और माता-पिता हैं। सभी परेशान और डरे हुए हैं।


     हमले के बाद का माहौल संवेदनशील है। हर व्यक्ति की बात को तथ्यों और जांच के आधार पर समझना और प्रस्तुत करना पत्रकारिता की नैतिक ज़िम्मेदारी है। 

    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad