💧“पोस्टर टैंकर और प्यासी जनता: दिल्ली को GPS से पानी नहीं, ईमानदारी से चाहिए”
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📝 रिपोर्टिंग : — रिपोर्टर दीपक कुमार की ग्राउंड रियलिटी जांच
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📰 दिल्ली स्पेशल रिपोर्ट:
नई दिल्ली:- दिल्ली में पानी की किल्लत से जूझ रही जनता के लिए आज एक बड़ी घोषणा की गई — मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने 1111 नए हाई-टेक पानी के टैंकरों को हरी झंडी दिखाकर लॉन्च किया। इन टैंकरों को नई यूनिफॉर्म लुक, CM और PM मोदी के पोस्टर, और GPS ट्रैकिंग सिस्टम से लैस किया गया है। दावा किया जा रहा है कि इससे पारदर्शिता आएगी और टैंकर माफिया पर लगाम लगेगी।
✍️ लेखक: दीपक कुमार | छत्तरपुर, दिल्ली से ग्राउंड रिपोर्ट
दिल्ली के जल संकट के बीच, एक चमचमाती घोषणा हुई है —
1111 हाई-टेक पानी के टैंकर अब दिल्ली की प्यास बुझाएंगे।
GPS लगे होंगे, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और प्रधानमंत्री मोदी के पोस्टर भी होंगे,
बस जो नहीं होगा, वो है – पानी वहां, जहां सच में जरूरत है।
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🚩 CM रेखा गुप्ता का बयान:
“हमने सिर्फ गाड़ी नहीं चलाई, सिस्टम बदला है। अब हर नागरिक को हक़ का पानी मिलेगा।”
🚩 जल मंत्री प्रवेश वर्मा का दावा:
“कोई बिचौलिया नहीं बचेगा, टैंकर सीधे जनता तक पहुंचेंगे।”
लेकिन हकीकत क्या है?
छत्तरपुर में जहां मैं दीपक कुमार खुद रहता हूं —
सरकारी पाइपलाइन पिछले एक साल से सूखी पड़ी है।
हम जैसे सैकड़ों परिवार, जिनके पास लीगल कनेक्शन हैं,
वो भी आज ₹2500 में टैंकर खरीदने को मजबूर हैं।
📅 15 दिन पहले शिकायत दर्ज की —
जेई ने नाम, पते, कॉलोनी का नक्शा लिया,
लेकिन पानी? आजतक नहीं आया।
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🕳️ असल पानी कहाँ जा रहा है?
जहां वैध कनेक्शन हैं, वहां नल सूखा।
जहां अवैध फ्लैट हैं, वहां 20-20 मोटी पाइपों से पानी झरनों की तरह बह रहा है।
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अवैध कॉलोनियों में टैंकर माफिया मनमानी कीमत वसूल रहा है
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रियल एस्टेट बिल्डरों को VIP सप्लाई मिल रही है
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GPS टैंकर सिर्फ "दिखावे" में सजी हैं —
मॉनिटरिंग करने वाला कोई सिस्टम नहीं है!
🤔 क्या 1111 टैंकर एक जल-क्रांति हैं या सिर्फ पोस्टर प्रोपेगेंडा?
GPS, नई ड्रेस और पोस्टर से जनता की प्यास नहीं बुझती।
जब सिस्टम ही भ्रष्ट हो, तो टेक्नोलॉजी सिर्फ़ चमकती है, समस्या नहीं सुलझाती।
💥 दीपक कुमार की ज़मीन से तीन माँगें:
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हर टैंकर की लाइव GPS लोकेशन पब्लिक पोर्टल पर दिखे।
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अवैध बिल्डिंग में पानी सप्लाई करने वालों पर FIR दर्ज हो।
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छत्तरपुर और ऐसे इलाकों में वॉचडॉग कमिटी बने, जिसमें आम लोग हों।
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🧠 एक अपील:
CM साहिबा, आपने सिस्टम बदला तो सही, पर पानी नहीं पहुंचा।
मंत्री जी, GPS से रास्ता मिल जाएगा, पर जब मंज़िल ही झूठ हो तो?
विधायक करतार सिंह जी, एक साल से "आ रहा है" का ड्रामा मत दोहराइए —
पानी का वादा सिर्फ चुनावी शगुफा नहीं, जनता का बुनियादी अधिकार है।
🗣️ जनता से सीधी बात:
अगर आपके इलाके में भी
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पानी की चोरी हो रही है
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टैंकर माफिया राज कर रहा है
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या जल बोर्ड सो रहा है —
तो चुप मत रहिए।
मैं दीपक कुमार, आपकी आवाज़ बनकर ये सवाल उठाता रहूंगा।
🔚 और आख़िर में सवाल:
“क्या GPS से पानी मिलेगा, या पोस्टर ही प्यास बुझाएंगे?”
क्या सरकार के टैंकर गरीब की गली में घुसेंगे, या अमीर बिल्डरों के गेट पर ही रुक जाएंगे?”
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