ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के अड्डों पर भारत का निर्णायक प्रहार, दुनिया की नजरों में कैसा दिखा भारत का एक्शन?
📢 We News 24 / वी न्यूज 24
📲 वी न्यूज 24 को फॉलो करें और हर खबर से रहें अपडेट!
👉 ताज़ा खबरें, ग्राउंड रिपोर्टिंग, और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जुड़ें हमारे साथ।
🗓️ प्रकाशन तिथि: 7 मई 2025
✍️ काजल कुमारी
संवाददाता, We News 24
नई दिल्ली :- 22 अप्रैल 2025 — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदू श्रद्धालुओं पर हुए कायराना हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। जब 24 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या हुई, तब भारत ने शोक और आक्रोश के बीच शांति बनाए रखी। लेकिन यह खामोशी कमजोरी नहीं, बल्कि तूफान से पहले की चेतावनी थी। और अब, लगभग दो हफ्ते बाद, भारत ने उस हमले का जवाब 'ऑपरेशन सिंदूर' के ज़रिए दे दिया — एक ऐसा सैन्य अभियान जिसने पाकिस्तान और POK में आतंक के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया।
ये भी पढ़े-भारत ने पाकिस्तान से पहलगाम का बदला लिया — अब शब्द नहीं, सिर्फ़ कार्रवाई की भाषा समझे पाकिस्तान
पहली बार सेना, वायुसेना और नौसेना की त्रिस्तरीय जवाबी कार्रवाई
भारत ने सिर्फ जवाब नहीं दिया, बल्कि एक मिसाल कायम की है। सेना, वायुसेना और नौसेना के समन्वय से यह पहली बड़ी त्रिस्तरीय जवाबी कार्रवाई रही। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई पूरी तरह 'बिना उकसावे' के — विशुद्ध आत्म-रक्षा और ठोस खुफिया इनपुट के आधार पर की गई है।
इसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के जिन 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया, वे पाकिस्तान और POK के अलग-अलग इलाकों में स्थित थे — जिनमें बहावलपुर, मुज़फ्फराबाद और रावलकोट जैसे इलाके शामिल हैं।
ये भी पढ़े-'ऑपरेशन सिंदूर': भारत के दूसरे एयर स्ट्राइक से बौखलाया पाकिस्तान
अंतरराष्ट्रीय मीडिया की नजर से
न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT):
"भारत ने आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद जवाबी हवाई हमला किया।" NYT की रिपोर्ट में ऑपरेशन सिंदूर को रणनीतिक और सीमित बताया गया है। साथ ही इसमें यह भी कहा गया कि भारत ने सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया बल्कि केवल आतंकी अड्डों को टारगेट किया। रिपोर्ट में पहलगाम हमले के पीड़ितों का भी उल्लेख किया गया है, जो एक संवेदनशील ह्यूमन टच लाता है।
बीबीसी:
बीबीसी ने लिखा, "भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मिसाइल हमले किए हैं।" इसमें पाकिस्तानी सेना के आधिकारिक बयान का हवाला दिया गया है, जिसमें कहा गया कि हमले कई लोकेशनों पर किए गए और इनमें सैन्य ठिकाने शामिल नहीं थे।
अल-जज़ीरा (कतर):
"युद्ध का खतरा बढ़ा — पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आपातकाल घोषित।" अल-जज़ीरा की रिपोर्ट ने इस सैन्य कार्रवाई के संभावित क्षेत्रीय तनाव पर फोकस किया है और बहावलपुर में कथित दो नागरिकों की मौत का जिक्र किया गया।
ये भी पढ़े-सीतामढ़ी में जानकी जन्मोत्सव: भक्ति, उल्लास और जनसैलाब का संगम
CNN:
CNN की रिपोर्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के उस बयान को प्रमुखता दी गई जिसमें भारतीय कार्रवाई को 'युद्ध के लिए उकसाना' कहा गया है। साथ ही इसमें यह भी जिक्र है कि पाकिस्तानी सेना ने भारत के दो विमान मार गिराने का दावा किया, जिसे स्वतंत्र स्रोतों से पुष्टि नहीं मिली है।
The Guardian:
ब्रिटिश मीडिया ने कश्मीर संकट और भारत-पाक तनाव को हेडलाइन में रखा और पाकिस्तानी रक्षा मंत्री के उस बयान को प्रमुखता दी जिसमें महिलाओं और बच्चों के हताहत होने की बात कही गई है। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है।
USA Today:
USA Today की रिपोर्ट में परमाणु संपन्न दो देशों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका जताई गई है। साथ ही पहलगाम में पर्यटकों पर हमले और उसकी प्रतिक्रिया में हुई भारतीय कार्रवाई को जोड़ते हुए संवेदनशील विश्लेषण किया गया है।
निष्कर्ष: आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘नई नीति’
ऑपरेशन सिंदूर न सिर्फ सैन्य कार्रवाई थी, बल्कि यह एक मजबूत राजनीतिक-सामरिक संदेश भी था — कि भारत अब आतंक का जवाब ‘बयान’ से नहीं, ‘बम’ से देगा। यह संदेश न सिर्फ पाकिस्तान को गया है, बल्कि दुनिया को भी बता दिया गया कि भारत अपनी संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं करेगा।
जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय मीडिया इस कार्रवाई को ‘बड़ा जोखिम’ कह रही है, वहीं भारत के आम नागरिकों और परिवारों के लिए यह न्याय की पहली किरण है।
जय हिन्द।
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद