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    “ग्रामीण परिवर्तन” पर राष्ट्रीय कॉन्क्लेव: विकसित भारत मिशन 2047 की ओर IIT पटना का बड़ा कदम

    “ग्रामीण परिवर्तन” पर राष्ट्रीय कॉन्क्लेव: विकसित भारत मिशन 2047 की ओर IIT पटना का बड़ा कदम



    📰 वी न्यूज 24 | विशेष रिपोर्ट

    ✍️ रिपोर्टिंग : कलीम 

    पटना:- आईआईटी पटना में आयोजित "ग्रामीण परिवर्तन" पर कॉन्क्लेव, विकसित भारत मिशन 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

    आईआईटी पटना में "ग्रामीण परिवर्तन" विषय पर एक राष्ट्रीय कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया, जो विकसित भारत मिशन 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन प्रो. टी. एन. सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना, तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा आत्मनिर्भर और समृद्ध ग्रामीण भारत के निर्माण के उद्देश्य से किया गया।

    इस कार्यक्रम में नीति निर्धारकों, तकनीकी विशेषज्ञों, विषय विशेषज्ञों और जमीनी स्तर के नवप्रवर्तकों को एक साझा मंच पर लाकर नवोन्मेषी, टिकाऊ और विस्तार योग्य समाधानों पर व्यापक चर्चा की गई।





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    "बिहार की धरती संभावनाओं से सराबोर है" — प्रो. टी. एन. सिंह, निदेशक, IIT पटना

    IIT पटना में आयोजित हुआ “ग्रामीण परिवर्तन” पर राष्ट्रीय कॉन्क्लेव, जो भारत सरकार के विकसित भारत मिशन 2047 के विज़न को धरातल पर उतारने की दिशा में एक ठोस पहल मानी जा रही है।
    कॉन्क्लेव का उद्देश्य था – नवाचार, तकनीकी सहयोग और साझेदारी के ज़रिए ग्रामीण भारत को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाना।


    🧠 बहुविषयी दृष्टिकोण, एक साझा मंच

    कॉन्क्लेव में न केवल शोधकर्ता और नीति निर्धारक, बल्कि नवोन्मेषी स्टार्टअप्स, सहकारी संस्थाएं और तकनीकी संस्थाएं भी जुड़ीं।
    मुख्य अतिथि प्रो. टी. एन. सिंह ने कहा:

    "बिहार की मिट्टी में मेहनत की ताकत है, और यहां की युवा शक्ति पूरे भारत के विकास को गति दे सकती है।"



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    🔍 प्रमुख विषय और विशेषज्ञ वक्ता

    🔋 ऊर्जा और ग्रीन टेक्नोलॉजी:

    डॉ. अफसर इमाम (HSPC, नई दिल्ली) ने सोलर कोल्ड स्टोरेज और नैनोफाइबर नवाचार जैसे टिकाऊ समाधान पेश किए।

    👥 सहकारिता और सामाजिक सशक्तिकरण:

    डॉ. जीना मैडम ने सहकारिता विश्वविद्यालय की भूमिका और ILCS के ग्रामीण योजनाओं पर विचार साझा किए।

    🌾 कृषि, आयुर्वेद और AI का संगम:

    श्री ए. आर. यादव (SASPL, महाराष्ट्र) ने आयुर्वेद, कृषि और AI के ज़रिए ग्रामीण रोजगार की बात की।

    🧑‍🏫 कौशल विकास:

    श्री गोपाल कृष्णन ने बिहार के युवाओं के लिए स्किल मैपिंग और प्रशिक्षण मॉडल प्रस्तुत किया।

    🏭 ग्रामीण उद्योग और FMCG रणनीति:

    प्रेम शर्मा ने बताया कैसे ग्रामीण बाजार को उद्योग से जोड़ा जा सकता है।

    🚚 लोकल टू ग्लोबल लॉजिस्टिक्स:

    मोहन देवदास पोलियेदथ (SHIMJA) ने निर्यात मॉडल और सप्लाई चेन डिज़ाइन साझा किए।

    🤖 AI इनोवेशन:

    गौरव चौधरी ने फसल पूर्वानुमान और स्वास्थ्य AI टूल्स पर लाइव डेमो दिया।

    🛺 EV समाधान:

    संदीप गुप्ता (Hostage India) ने ‘बादशाह’ ई-रिक्शा का प्रोटोटाइप और ग्रामीण परिवहन का रोडमैप पेश किया।

    🎖️ सामाजिक नेतृत्व:

    वरुण कुमार सिंह ने स्काउट्स एंड गाइड्स के माध्यम से ग्रामीण नेतृत्व निर्माण को रेखांकित किया।


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    🤝 साझेदारी और MOU का एलान

    1. Hostage India ने IIT पटना के साथ तकनीकी सहयोग की प्रतिबद्धता जताई।
    2. 2 ई-रिक्शा FIST, IIT पटना को प्रदर्शन और प्रशिक्षण के लिए भेंट किए गए।
    3. MOU घोषणाओं के साथ संस्थान–उद्योग–सरकार की साझेदारी और मज़बूत हुई।


    🙏 सम्मेलन का समापन: धन्यवाद और दृष्टिकोण

    कार्यक्रम का समापन डॉ. प्रवीण कुमार (CEO, FIST) के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। उन्होंने कहा:

    “यह कॉन्क्लेव केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत के भविष्य की नींव है।”


    📢 वी न्यूज 24 की राय:

    IIT पटना का यह सम्मेलन शैक्षणिक संस्थानों के सामाजिक योगदान की एक मिसाल है।

    तकनीक, नवाचार, सहकारिता और स्किलिंग को एक मंच पर लाकर यह प्रयास बिहार समेत पूरे देश के ग्रामीण भारत को ‘विकसित भारत 2047’ के सपने से जोड़ने वाला कदम है। 

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