🕉️ सीतामढ़ी के बाबा राज राजेश्वर नाथ महादेव मंदिर का रहस्य:स्वयंभू शिवलिंग का चमत्कारी धाम
✍️ वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार /सहयोगी पवन साह | We News 24
सीतामढ़ी:- शहर के राजोपट्टी कारगिल चौक पर स्थित बाबा राज राजेश्वर नाथ महादेव मंदिर न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए भी आस्था का प्रमुख केंद्र है। इस मंदिर में स्थापित स्वयंभू शिवलिंग भक्तों के लिए श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। यह पवित्र स्थल भक्तों के दिलों में गहरी आस्था और भक्ति का भाव जगाता है, जहां लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करने आते हैं।
मंदिर का इतिहास
सन 1965 में, दुर्गा चौधरी, भदई ठाकुर, और राम चन्द्र राय अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर स्थानीय लोगों के लिए एक बैठका बनाने के उद्देश्य से सरकारी जमीन पर जंगल की सफाई कर रहे थे। इसी दौरान कुदाल से एक पत्थर से टकराने पर वहां से एक शिवलिंग प्रकट हुआ। इस चमत्कार ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। तुरंत ही उस स्थान को टाट से घेरकर भजन-कीर्तन शुरू किया गया। जन सहयोग से लखनदेई नदी से मिट्टी लाकर उस स्थान को ऊंचा किया गया और एक फूस की झोपड़ी बनाकर शिवलिंग को वहां स्थापित किया गया। इस तरह बाबा राज राजेश्वर नाथ महादेव मंदिर की नींव रखी गई।
मंदिर की विशेषताएं
यह मंदिर अपनी भव्यता और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। खासकर सावन के महीने में यहां प्रतिदिन शिवलिंग की श्रृंगार पूजा होती है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने आते हैं। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
सन 1913 में मंदिर का गुंबद क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद तत्कालीन विधायक सुनील कुमार पिंटु की पहल पर एक कमेटी का गठन किया गया, जिसने मंदिर के जीर्णोद्धार और एक भव्य गुंबद के निर्माण का संकल्प लिया। नासिक के नांदेड़ जिले के प्रसिद्ध शिल्पकार तैलंग बंधु को 12 लाख रुपये देकर 71 फीट ऊंचा भव्य गुंबद बनवाया गया, जो आज मंदिर की शोभा और आकर्षण का केंद्र है।
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आध्यात्मिक महत्व
बाबा राज राजेश्वर नाथ महादेव मंदिर में स्थापित शिवलिंग को सिद्ध और जागृत माना जाता है। यहां आने वाले भक्तों का विश्वास है कि जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। मंदिर में साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है, और विभिन्न पर्व-त्योहारों पर विशेष पूजा और धार्मिक आयोजनों का आयोजन किया जाता है।
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पुजारी और भक्तों की श्रद्धा
मंदिर के पुजारी पं. सुरेश झा बताते हैं, "बाबा राज राजेश्वर नाथ महादेव के प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा है। सावन के महीने में तो यहां का आध्यात्मिक माहौल और भी उत्साहपूर्ण हो जाता है। साल भर भक्त जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।"
एक भक्त पवन साह कहते हैं, "यह मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है। यहां आने से मन को शांति मिलती है और बाबा की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।"
श्रद्धा का संदेश
बाबा राज राजेश्वर नाथ महादेव मंदिर सीतामढ़ी के लोगों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है, जो न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामुदायिक एकता और सहयोग का भी प्रतीक है। यह मंदिर भक्तों को आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। यदि आप सीतामढ़ी में हैं, तो इस पवित्र स्थल के दर्शन अवश्य करें।
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