कलवार समाज सम्मेलन: हौजखास, दिल्ली में एकता और उत्थान का संकल्प
✍️ वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार | We News 24
नई दिल्ली :- हौजखास, दिल्ली के एक ऑडिटोरियम में ग्लोबल अहलूवालिया कलाल, कलवार, कलार फाउंडेशन और दिल्ली के प्रमुख समाजसेवियों की भागीदारी के साथ एक भव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का संयोजन श्री रामकुमार वालिया, अध्यक्ष ट्रस्टी एवं पूर्व राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त, द्वारा किया गया। इस अवसर पर देश भर से आए प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने सामाजिक और राजनीतिक उत्थान के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया।
सम्मेलन के प्रमुख अतिथि और वक्ता
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड, और अति विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री मनीष जायसवाल, सांसद, हजारीबाग, झारखंड, उपस्थित रहे। इसके अलावा, दिल्ली के हौजखास से विधायक श्री सतीश उपाध्याय, श्री जयनारायण चौकसे (भोपाल), एडवोकेट शैलेन्द्र जायसवाल, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा, श्री अटल कुमार गुप्ता, राष्ट्रीय संयोजक, जायसवाल महासभा, और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति जैसे पूर्व महापौर संजीव वालिया, पूर्व डिप्टी मेयर विजय भगत, श्री सौरभ जायसवाल (गाजियाबाद), एडवोकेट नरेश कुमार जायसवाल (अहमदाबाद), श्रीमती अर्चना जी (इंदौर), श्री किशोर भगत (आइका), श्री सूखचैन वालिया (शामली), श्री मूलचंद पवार (गुरुग्राम), श्री मुकेश चौकसे (फिल्म अभिनेता), सुश्री प्रीति चौकसे, श्री रवि जायसवाल, अध्यक्ष, जयभद्र फाउंडेशन, श्री मनोज कुमार शाह, अध्यक्ष, जायसवाल जागृति दिल्ली, श्री अनिल कुमार जायसवाल, सेक्रेटरी, दिल्ली, श्री सच्चिदानंद जायसवाल, श्रीमती राजश्री कुमार (दिल्ली), श्रीमती अनिता जायसवाल (लखनऊ), और श्रीमती वीना मालवीय (पटना) की गरिमामय उपस्थिति रही।
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सामाजिक और राजनीतिक एकता का संदेश
सम्मेलन के मुख्य वक्ता श्री मनीष जायसवाल ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा, "जायसवाल समाज के सभी उपवर्गों को पारस्परिक मतभेद भुलाकर, हिंदू समाज की एकता और प्रगति के लिए कार्य करना होगा। हम एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। हमें हिंदू के नाते राष्ट्र धर्म के बारे में भी सोचना होगा।" उन्होंने राष्ट्रीय जनगणना में अपनी जाति के रूप में कलवार, कलाल, और कलार अंकित करने का आह्वान किया और सभी को अपने वर्ग नाम के साथ इन शब्दों को जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने संगठित होकर सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया।
श्री शैलेन्द्र जायसवाल, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा, ने कहा, "सभी स्व-जातीय संस्थाओं में परस्पर सामाजिक समन्वय होना चाहिए। न्यूनतम कार्यक्रम तय करके, सामूहिक प्रयासों के आधार पर ही हमारा समाज राजनीतिक रूप से भागीदारी प्राप्त करने में सफल होगा।"
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आयोजन की विशेषताएं
सम्मेलन में देश भर से आए सभी प्रमुख अतिथियों का सम्मान किया गया। सामाजिक और राजनीतिक चर्चाओं के साथ-साथ, समाज के उत्थान के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया गया। श्री रामकुमार वालिया ने सभी को एकजुट होकर समाज के लिए कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया और सहयोग के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। दिल्ली-एनसीआर के सैकड़ों अहलूवालिया, कलवार, कलाल, और कलार समाज के लोगों की उपस्थिति ने इस समारोह को और भी भव्य बनाया।
अंतिम विचार
हौजखास, दिल्ली में आयोजित यह सम्मेलन जायसवाल समाज के लिए एकता, समन्वय, और सामाजिक-राजनीतिक उत्थान का प्रतीक बना। इस आयोजन ने समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर लाकर आपसी सहयोग और रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त किया। यह समारोह पूर्ण रूप से सफल रहा और भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया।
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