🏆 बिहटा में चमके लगोरी के सितारे ,जिला स्तरीय चयन प्रतियोगिता में खिलाड़ियों का हुआ चयन, राष्ट्रीय मंच की ओर बढ़ा कदम
✍️ रिपोर्टिंग: कलीम अंसारी | वी न्यूज 24 | बिहटा
बिहटा (पटना):जिस खेल को कभी गलियों में खेलने से रोका जाता था, आज वही खेल अब राष्ट्रीय स्तर की पहचान की ओर बढ़ रहा है। हम बात कर रहे हैं लगोरी यानी पिट्ठू/सितोलिया/सेवन स्टोन की।
पटना जिला लगोरी संघ के बैनर तले बुधवार को डी.एन. पब्लिक स्कूल, नगर परिषद बिहटा में आयोजित जिला स्तरीय सीनियर (महिला/पुरुष) चयन प्रतियोगिता में 110 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और अपने खेल से साबित कर दिया कि बिहार के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
🎯 कार्यक्रम की मुख्य झलकियाँ:
कार्यक्रम का शुभारंभ रेड रिबन काटकर किया गया
70 पुरुष और 40 महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया
चयनित खिलाड़ियों के लिए 2 सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण कैंप लगेगा
विजेताओं को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया
ये भी पढ़े- ऋचा ठाकुर की इंसाफ के लिए पुकार,मेहरौली के पूर्व विधायक और भाजपा नेता पर गंभीर यौन शोषण का आरोप
👥 मंच पर मौजूद रहे सम्मानित अतिथि:
रिंकू सिंह (उपाध्यक्ष, पटना जिला लगोरी संघ व समाजसेवी)
डॉ. किरण चौधरी (शारीरिक प्रशिक्षक, IIT पटना)
पूनम देवी (समाजसेवी)
देव कुमार मेहता (प्रधानाध्यापक, डी.एन. पब्लिक स्कूल)
मनीष कुमार (सचिव, संघ)
विशाल कुमार, साहिल मेहता, बबलू कुमार, धर्मेंद्र कुमार, और अन्य संघ सदस्य व खेल शिक्षक
ये भी पढ़े-💧बिहटा ब्लॉक परिसर को मिली स्वच्छ जल की सौगात,वाटर कूलर और प्यूरीफायर की स्थापना
💬 क्या बोले अतिथि?
रिंकू सिंह ने कहा:
"हमारा उद्देश्य है कि लगोरी को बिहार से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई जाए। यह सिर्फ खेल नहीं, हमारी परंपरा और सांस्कृतिक विरासत है।"
डॉ किरण चौधरी ने बताया:
"भगवान श्रीकृष्ण भी लगोरी जैसे खेल खेलते थे। हमें इस खेल को सिर्फ प्रमोट ही नहीं, बल्कि सिस्टमेटिक ट्रेनिंग और प्रतिस्पर्धा के मंच से जोड़ना होगा।"
🧒 खिलाड़ियों की मेहनत को मिला सम्मान
प्रतियोगिता में कुमकुम कुमारी, संजना कुमारी, आयुष कुमार, स्वीटी कुमारी (खो-खो) जैसे खिलाड़ियों को उनकी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
संघ के सक्रिय सदस्य – आकाश कुमार, धर्मवीर गिरी, आशीष कुमार और अमित कुमार भी आयोजन में विशेष योगदान दे रहे हैं।
ये भी पढ़े-⚡बिलाप गांव के किसानों की गुहार: "धान सूख रहा है, बिजली दो सरकार !"
📸 मौके पर मौजूद स्थानीय पत्रकारों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया, जिससे खेल को और सामाजिक समर्थन मिला।
🟢 खेल के जरिए आत्मनिर्भरता की ओर
लगोरी जैसे स्थानीय पारंपरिक खेलों को संगठित रूप देने से ना सिर्फ युवाओं को नई पहचान मिल रही है, बल्कि वे खुद को आत्मनिर्भर और अनुशासित महसूस करते हैं।
🙏 वी न्यूज 24 की टिप्पणी:
यह सिर्फ एक खेल प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि बिहार की मिट्टी से निकली प्रतिभाओं को मंच देने का संकल्प था।
वी न्यूज 24 इस आयोजन से जुड़े सभी खिलाड़ियों, आयोजकों, शिक्षकों और समाजसेवियों को सलाम करता है।
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद