संसद मानसून सत्र 2025: गृहमंत्री अमित शाह ने पेश किए तीन बिल, विपक्ष ने किया जबरदस्त हंगामा
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खबर का सार : संसद के मानसून सत्र 2025 के 20वें दिन गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में तीन बिल पेश किए, जिनमें संविधान (130वां संशोधन) विधेयक शामिल है। विपक्ष ने बिलों की प्रतियां फाड़कर और हंगामा कर विरोध जताया। ऑनलाइन गेमिंग बिल पास हुआ, लेकिन बिहार SIR मुद्दे पर हंगामे के कारण कार्यवाही बार-बार स्थगित हुई। सत्र 21 अगस्त को समाप्त होगा।
📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » प्रकाशित: 20 अगस्त 2025, 17:30 IST
रिपोर्टिंग : अमित मेहलावत
नई दिल्ली, संसद के मानसून सत्र का 20वां दिन हंगामे और महत्वपूर्ण विधायी कार्यों के बीच गुजरा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में तीन अहम विधेयक पेश किए, लेकिन विपक्ष के तीखे विरोध और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। इन विधेयकों में संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक शामिल हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन गेमिंग बिल भी लोकसभा से पास हो गया।
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अमित शाह ने पेश किए तीन विवादास्पद बिल
गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में निम्नलिखित तीन विधेयक पेश किए:
संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025: यह विधेयक गंभीर आपराधिक मामलों में 30 दिनों तक गिरफ्तार या हिरासत में रहने वाले प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, या केंद्र शासित प्रदेश के मंत्रियों को पद से हटाने का प्रावधान करता है।
केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025: यह विधेयक केंद्र शासित प्रदेशों में मंत्रियों की नियुक्ति और हटाने से संबंधित नियमों में संशोधन करता है।
जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025: यह विधेयक जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 में संशोधन करता है।
इन बिलों को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को भेजा गया है, लेकिन विपक्षी सांसदों ने इनका कड़ा विरोध किया। विपक्ष ने इन विधेयकों को संविधान के मूल ढांचे के खिलाफ और लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बताया।
विपक्ष का हंगामा और बिल की प्रतियां फाड़ने की घटना
विपक्षी सांसदों ने बिलों के विरोध में लोकसभा में जोरदार हंगामा किया। कुछ सांसदों ने बिल की प्रतियां फाड़कर गृहमंत्री अमित शाह की ओर फेंकी, जिसकी बीजेपी सांसद रवि किशन और एलजेपी (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने कड़ी निंदा की। रवि किशन ने इसे “गुंडागर्दी की हद” बताया, जबकि शांभवी चौधरी ने कहा, “विपक्ष चर्चा से भागता है और संसद में कागज फेंकने जैसे काम करता है।”
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “ये बिल संविधान के मूल ढांचे को नष्ट करते हैं। कानून का राज कहता है कि जब तक गुनाह साबित न हो, व्यक्ति बेगुनाह है।” वहीं, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इसे “पुलिस राज्य” बनाने की साजिश करार दिया, जो निर्वाचित सरकारों को अस्थिर कर सकती है।
ऑनलाइन गेमिंग बिल पास
विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा ने प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 को मंजूरी दे दी। यह बिल ऑनलाइन गेमिंग, ई-स्पोर्ट्स, और सामाजिक गेमिंग को विनियमित करने के साथ-साथ रियल-मनी गेमिंग पर सख्त निगरानी का प्रावधान करता है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे सामाजिक और आर्थिक नुकसान को रोकने के लिए जरूरी बताया।
बिहार SIR मुद्दे पर विपक्ष का विरोध
विपक्षी सांसद, विशेष रूप से इंडिया ब्लॉक के नेता, बिहार में विशेष गहन संशोधन (SIR) और कथित “वोट चोरी” के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। इस कारण दोनों सदनों में बार-बार कार्यवाही स्थगित हुई। लोकसभा को दिन में कई बार स्थगित करना पड़ा और अंततः इसे गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर 2 बजे तक स्थगित रही।
नेताओं की प्रतिक्रिया
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला: “विपक्ष का व्यवहार संसद की गरिमा के खिलाफ है। जनता सब देख रही है।”
किरेन रिजिजू (संसदीय कार्य मंत्री): “सरकार राष्ट्रीय हित में बिल पास करेगी, चाहे विपक्ष कितना भी हंगामा करे।”
असदुद्दीन ओवैसी: “ये बिल निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने और पुलिस राज्य बनाने की साजिश हैं।”
मानसून सत्र का समापन
मानसून सत्र गुरुवार, 21 अगस्त 2025 को समाप्त होगा। विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण चर्चाएं प्रभावित हुईं। सरकार ने इस सत्र में कई बिल पास किए, जिनमें नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल, नेशनल एंटी-डोपिंग (संशोधन) बिल, और इनकम टैक्स बिल शामिल हैं।
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