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    मेहरौली में बदले की राजनीति ने गरीबो के पेट पर मारी लात ,विधायक पर लगा आरोप

    मेहरौली में बदले की राजनीति ने गरीबो के पेट पर मारी लात ,विधायक पर  लगा आरोप

    📝We News 24 :डिजिटल डेस्क »

    संवाददाता : वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार 


    फटाफट पढ़े-: दिल्ली के मेहरौली में AAP पार्षद रेखा महेंद्र चौधरी द्वारा बनाई गई गरीबों की दुकान को विधायक ने MCD द्वारा तुड़वा दिया, जिसे स्थानीय लोग विधायक गजेंद्र यादव (BJP) की बदले की राजनीति का नतीजा मान रहे हैं। विधायक पर पर्सनल रंजिश के कारण कार्रवाई का आरोप, क्योंकि वो चुनाव हारते हारते जीते । गणपति पूजा में भी 11 साल पुरानी परंपरा टूट गई, जिसे विधायक ने विघ्नित किया। एक महिला ने कहा कि दुकान से घरों के चूल्हे जलते थे, अब बच्चे भूखे रहेंगे। राजनीतिक दृष्टि से, यह AAP-BJP जंग में गरीबों को निशाना बनाने का उदाहरण है। जनता विधायक को "गरीब-विरोधी" बता रही है। 






    मेहरौली, 9 सितंबर 2025: दिल्ली के मेहरौली इलाके में राजनीतिक बदले की आग ने आम आदमी की जिंदगी को झुलसाना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) की पार्षद रेखा महेंद्र चौधरी द्वारा गरीबों के लिए बनाई गई दुकान को MCD (म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली) ने बुलडोजर से रौंद दिया। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह विधायक गजेंद्र यादव (BJP) की बदले की राजनीति का नतीजा है। एक तरफ जहां MCD ने इसे अवैध निर्माण बताया, वहीं जनता इसे पूर्व विधायक नरेश यादव के बलबूते सत्ता में आए गजेंद्र यादव की पर्सनल रंजिश का परिणाम मान रही है। इस घटना ने न केवल गरीब परिवारों को आर्थिक संकट में डाल दिया है, बल्कि इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द को भी खतरे में डाल दिया है। पिछले 11 साल से चली आ रही गणपति पूजा को भी विधायक ने विघ्नित किया। एक स्थानीय महिला ने आंसू भरी आंखों से कहा, "इस दुकान से हमारे घरों के चूल्हे जलते थे। विधायक के लोग खड़े होकर दुकान गिरवाते रहे। क्या जनप्रतिनिधि गरीबों के पेट पर लात मारने के लिए होते हैं?"



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    बदले की राजनीति: पार्षद की दुकान पर बुलडोजर, जनता का गुस्सा फूटा

    मेहरौली के कालूराम चौक के पास AAP पार्षद रेखा महेंद्र चौधरी ने गरीब परिवारों के लिए छोटी छोटी दुकान बनवाई थी, जो इलाके के कई घरों की आजीविका का स्रोत बनी हुई थी। लेकिन MCD की टीम ने इसे अवैध बताते हुए तोड़ दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विधायक गजेंद्र यादव की साजिश है, जो AAP के खिलाफ अपनी हार का बदला ले रहे हैं। गजेंद्र यादव इस बार के चुनाव में मेहरौली से हार गए थे, लेकिन पूर्व विधायक नरेश यादव के समर्थन से जीते। एक बुजुर्ग निवासी ने बताया, "गजेंद्र यादव की लोकप्रियता नहीं है, वे अपने दम पर नहीं नरेश यादव के दम पर जीते। अब वे AAP पार्षद को निशाना बना रहे हैं। पहले एमसीडी के परमिशन से दुकान बनवाई गई, अब तोड़वा दी। यह बदले की राजनीति नहीं तो क्या है!"


    राजनीतिक दृष्टिकोण से देखें तो यह दिल्ली की MCD (BJP शासित) और AAP सरकार के बीच जारी जंग का एक और अध्याय है। MCD ने दावा किया कि दुकान बिना अनुमति के बनी थी, लेकिन पार्षद रेखा महेंद्र चौधरी इसका विरोध किया एमसीडी से नोटिस माँगा दूकान ना टूटे इसके लिए महिला होकर भी बुलडोजर को रोका पार्षद रेखा महेंद्र चौधरी ने इसे गरीबों का शोषण बताया। लोगो ने विधायक पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का आरोप लगाया, जबकि BJP ने इसे कानूनी कार्रवाई कहा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना दिल्ली की राजनीति में "बुलडोजर राजनीति" का रूप ले रही है, जहां गरीबों को राजनीतिक हथियार बनाया जा रहा है। एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा, "गजेंद्र यादव जैसे नेता अपनी हार का बदला लेने के लिए आम जनता को निशाना बना रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है।"


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    गणपति पूजा में भी राजनीतिक हस्तक्षेप: 11 साल पुरानी परंपरा टूटी

    इस विवाद को और गहरा करने वाली बात यह है कि विधायक गजेंद्र यादव ने इलाके की 11 साल पुरानी गणपति पूजा में भी विघ्न डाला। फ्रेंड्स क्लब द्वारा मेहरौली थाने के सामने "मेहरौली के राज" के नाम से आयोजित होने वाली पूजा इस बार दूसरे स्थान पर हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि विधायक की पर्सनल रंजिश के कारण पूजा को स्थानांतरित किया गया। एक युवा निवासी ने गुस्से में कहा, "विधायक ने पूजा में बाधा डाली। यह धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है। गरीबों को परेशान करके वे क्या साबित करना चाहते हैं?"

    यह घटना मेहरौली के गरीब तबके की जिंदगी पर सीधा असर डाल रही है। एक महिला निवासी, जिनका परिवार दुकान से जुड़ा था, ने भावुक होकर कहा, "हमारे घर का चूल्हा जलता था इस दुकान से। विधायक के लोग खड़े होकर बुलडोजर चलवाते रहे। बच्चे भूखे रहेंगे अब। क्या जनप्रतिनिधि गरीबों को सताने के लिए होते हैं?" इलाके में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए, जो MCD कार्यालय का घेराव करने की योजना बना रहे हैं। यह न केवल आर्थिक नुकसान है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने वाली घटना है।


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    राजनीतिक निहितार्थ: AAP vs BJP की जंग में गरीब पिस रहे

    दिल्ली की राजनीति में MCD और AAP के बीच टकराव कोई नई बात नहीं। 2024 MCD चुनावों में BJP की जीत के बाद बुलडोजर कार्रवाई बढ़ गई है। मेहरौली जैसे इलाकों में यह बदले की राजनीति गरीबों को निशाना बना रही है। AAP ने विधायक पर "गरीब-विरोधी" होने का आरोप लगाया, जबकि BJP ने इसे "कानून का राज" बताया। लेकिन जनता का गुस्सा साफ है: "ऐसे नेता जो गरीबों के पेट पर लात मारें, वे लोकप्रतिनिधि नहीं, तानाशाह हैं।" अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो दिल्ली में सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है।


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     जनता की आवाज दबाना बंद करें नेता

    मेहरौली की यह घटना दिल्ली की राजनीति में बदले की आग को दर्शाती है, जहां गरीबों की जिंदगी दांव पर लगाई जा रही है। विधायक गजेंद्र यादव को चाहिए कि वे जनता की भावनाओं का सम्मान करें AAP और MCD को मिलकर गरीबों के हितों की रक्षा करनी चाहिए। अन्यथा, जनता का गुस्सा सड़कों पर उतर सकता है। "यह देश तभी तरक्की करेगा जब नेता गरीबों के साथ खड़े होंगे, न कि उनके खिलाफ!"

    आपकी राय: क्या मेहरौली में बदले की राजनीति गरीबों को निशाना बना रही है? विधायक गजेंद्र यादव पर लगे आरोपों पर आप क्या सोचते हैं? अपनी राय कमेंट में साझा करें।


    1 टिप्पणी:

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

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