सीतामढ़ी विधानसभा चुनाव 2025: छठे राउंड में RJD के सुनील कुमार कुशवाहा 1100 वोटों से आगे, NDA के सुनील पिंटू पीछे; निर्दलीय चंदेश्वर प्रसाद रेस से बाहर
We News 24 :डिजिटल डेस्क » संवाददाता ,पवन साह
सीतामढ़ी :- (14 नवंबर 2025, दोपहर 1:15 बजे IST): बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना में सीतामढ़ी जिले की प्रमुख सीतामढ़ी विधानसभा सीट (संख्या 28) पर रोमांचक मोड़ आ गया है। छठे राउंड की गिनती में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार सुनील कुमार कुशवाहा ने 1100 वोटों की मजबूत बढ़त बना ली है। वहीं, एनडीए के उम्मीदवार सुनील कुमार पिंटू (BJP) पीछे चल रहे हैं। निर्दलीय उम्मीदवार चंदेश्वर प्रसाद को अभी तक 100 वोट भी नहीं मिले हैं, जिससे वे रेस से पूरी तरह बाहर हो चुके हैं। यह रुझान महागठबंधन को सीतामढ़ी में अप्रत्याशित बढ़त दे रहा है, जबकि एनडीए को झटका लगा है।
मतगणना डुमरा प्रखंड के इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित केंद्र पर सुबह 8 बजे से चल रही है। कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला RJD और BJP के बीच ही है। 11 नवंबर को दूसरे चरण में हुए मतदान में इस सीट पर 67.21% वोटिंग दर्ज हुई थी। अगर यह बढ़त बनी रही, तो RJD 2020 की हार का बदला ले सकती है, जब BJP के मिथिलेश कुमार ने सुनील कुमार (RJD) को 11,475 वोटों से हराया था।
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सीतामढ़ी की भौगोलिक स्थिति: नेपाल सीमा पर रणनीतिक महत्व
सीतामढ़ी विधानसभा क्षेत्र उत्तरी बिहार के तिरहुत संभाग में स्थित है, जो सीतामढ़ी जिले का हिस्सा है। इसका भौगोलिक केंद्र 26°33’13.0"N 85°30’46.8"E पर है, और क्षेत्रफल लगभग 188.37 वर्ग किलोमीटर है। यह क्षेत्र दुमरा सीडी ब्लॉक को कवर करता है, जो उत्तरी गंगा मैदानों में बसा है।
सीमाएं: उत्तर में नेपाल से लगी हुई (रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण), पूर्व में रीगा और बाजपट्टी, पश्चिम में बेलसंड, और दक्षिण में रुन्नी-सैदपुर विधानसभा क्षेत्रों से घिरा हुआ।
भू-आकृति: उपजाऌु मैदान, जहां कृषि मुख्य आजीविका है। गन्ना, धान और सब्जियां प्रमुख फसलें हैं। बागमती नदी का प्रभाव क्षेत्र में बाढ़ की समस्या पैदा करता है, जो स्थानीय मुद्दों में प्रमुख है।
जनसांख्यिकी: ग्रामीण बहुल (लगभग 90%), कुल मतदाता करीब 3 लाख। जनसंख्या में यादव, कुशवाहा (OBC), मुस्लिम, कोइरी और ऊपरी जातियां प्रमुख। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.6% रहा, जो महागठबंधन के पक्ष में रहा।
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यह क्षेत्र सीतामढ़ी लोकसभा का हिस्सा है, जहां 2024 में JDU के देवेश चंद्र ठाकुर ने RJD के अर्जुन राय को 51,356 वोटों से हराया था। नेपाल सीमा के कारण सीमा सुरक्षा और तस्करी जैसे मुद्दे हमेशा चुनावी एजेंडे में रहते हैं।
राजनीतिक समीकरण: स्विंग सीट पर जातिगत गणित का खेल
सीतामढ़ी को "स्विंग सीट" कहा जाता है, जहां जीत BJP और RJD के बीच ही झूलती रहती है। 1951 में स्थापित इस सीट पर BJP ने 5-6 बार जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस को 4 और RJD को 2 बार सफलता मिली। JDU को कभी जीत नहीं मिली।
जातिगत समीकरण: OBC (यादव-कुशवाहा 25-30%), मुस्लिम (20%), EBC (20%), दलित (15%) और ऊपरी जातियां (15%)। RJD का MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण यहां मजबूत, लेकिन NDA का OBC+EBC फोकस (नीतीश का प्रभाव) चुनौती देता है। 2020 में BJP ने OBC वोटों से बाजी मारी, लेकिन 2025 में महिलाओं और EBCs का झुकाव महागठबंधन की ओर दिखा।
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पिछले रुझान: 2015 में सुनील पिंटू (तब RJD) हार गए, लेकिन 2019 लोकसभा में JDU से MP बने। 2020 में BJP टिकट पर मिथिलेश की जीत। इस बार तीन कोना मुकाबला: BJP (पिंटू), RJD (कुशवाहा) और जनसुराज (प्रशांत किशोर)।
मुख्य मुद्दे: रोजगार, बाढ़ नियंत्रण, नेपाल सीमा पर सुरक्षा, और विकास। RJD ने "बदलाव" का नारा दिया, जबकि NDA ने "विकास और कानून व्यवस्था" पर जोर।
प्रभाव: अगर RJD जीती, तो तिरहुत क्षेत्र (49 सीटें) में महागठबंधन को बूस्ट मिलेगा, जहां चंपारण NDA का गढ़ है। यह सीट NDA की 190+ सीटों वाली बढ़त को प्रभावित कर सकती है।
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