बिहार चुनाव 2025: पहले चरण में ईवीएम में कई गड़बड़ियाँ, दानापुर से मधेपुरा तक मतदान रुका,मतदाताओं का गुस्सा चरम पर है।
We News 24 :डिजिटल डेस्क »अपडेट किया गया: 6 नवंबर, 2025, दोपहर 1:30 बजे (IST)
पटना | 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सुबह 7 बजे मतदान शुरू होते ही तकनीकी गड़बड़ियों ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में खराबी के कारण 10 से ज़्यादा बूथों पर मतदान रुका, जहाँ 121 सीटों पर 3.75 करोड़ मतदाता मतदान कर रहे हैं। दानापुर, मधेपुरा, राघोपुर, बख्तियारपुर, बिहटा, दरभंगा, लखीसराय, बाढ़, आरा और अगवानपुर जैसे इलाकों से शिकायतें आ रही हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंज्याल ने कहा, "कुछ ज़िलों में ईवीएम में खराबी की खबरें आई हैं; उन्हें तुरंत बदला जा रहा है। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है।"
लेकिन ज़मीनी स्तर पर मतदाताओं का गुस्सा साफ़ दिखाई दे रहा था—लंबी कतारें, नारे और निराशा। सुबह 11 बजे तक 25% मतदान हो चुका था, लेकिन खराबी के कारण कई जगहों पर घंटों की देरी हुई।
यह समस्या एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) प्रक्रिया की छाया में सामने आ रही है, जिसमें लाखों नाम हटा दिए गए थे। विपक्ष ने चुनाव आयोग पर "वोट चोरी" का आरोप लगाया, जबकि एनडीए ने "तकनीकी समस्या" को ज़िम्मेदार ठहराया। मतदान केंद्र से लौटते हुए, एक मतदाता, रामेश्वर सिंह ने कहा, "मैं सुबह से यहाँ खड़ा हूँ, लेकिन ईवीएम काम नहीं कर रही है। क्या यही लोकतंत्र है?" आइए घटनाओं पर एक-एक मिनट की नज़र डालते हैं।
ईवीएम में खराबी: 10 से ज़्यादा मतदान केंद्र प्रभावित, मतदान रुका
मतदान शुरू होते ही तकनीकी समस्याएँ सामने आईं। सीईओ गुंज्याल ने कहा, "बहुत कम रिपोर्टें हैं, सुधार तुरंत किए जा रहे हैं।" लेकिन ज़मीनी रिपोर्टें कुछ और ही कहती हैं:
दानापुर (बूथ 196): ईवीएम में खराबी, आधे घंटे तक मतदान रुका रहा। बाद में उसे बदल दिया गया।
बख्तियारपुर (बूथ 316): ईवीएम में खराबी, लंबी कतारें। मतदाताओं को घंटों इंतज़ार करना पड़ा।
राघोपुर (तेजस्वी यादव की सीट): एक बूथ पर ईवीएम में खराबी, मतदान रुका। तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट में चुनाव आयोग की आलोचना की।
मनेर (बिहटा ब्लॉक, बेला पंचायत, बूथ 379): एक घंटे तक ईवीएम में खराबी, मतदाता नाराज़। चौरा गोपालपुर गाँव में अफरा-तफरी।
मधेपुरा: ईवीएम-वीवीपैट में खराबी, लंबी कतारें।
अन्य: दरभंगा, लखीसराय, बाढ़, आरा और अगवानपुर में भी खराबी आई। सहरसा में वीवीपैट में खराबी के कारण देरी हुई।
इन खराबी के कारण मतदान 20-30 मिनट से एक घंटे तक रुका रहा। चुनाव आयोग ने 45,341 मतदान केंद्रों पर 4.5 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए थे, लेकिन तकनीकी खराबी ने सवाल खड़े कर दिए।
| प्रभावित सीट/बूथ | समस्या विवरण | देरी (लगभग) |
|---|---|---|
| दानापुर (196) | EVM फेल | 30 मिनट |
| बख्तियारपुर (316) | EVM खराब, कतारें | 45 मिनट |
| राघोपुर | EVM रोका | 20-30 मिनट |
| मनेर (379) | EVM 1 घंटे से फेल | 1 घंटा |
| मधेपुरा | VVPAT मालफंक्शन | 30 मिनट |
| सहरसा | VVPAT खराब, कतारें | 45 मिनट |
सीईओ का बयान: "तुरंत सुधार, शांतिपूर्ण मतदान।"
विनोद सिंह गुंज्याल ने कहा, "कुछ जगहों पर ईवीएम में खराबी आई और उन्हें तुरंत बदला जा रहा है। मतदान शांतिपूर्ण रहा। सभी मतदान केंद्रों पर सीआरपीएफ समेत भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। अपील: ज़्यादा से ज़्यादा मतदाता मतदान करें।" सुबह 9 बजे तक 13.13% और दोपहर 1 बजे तक 25% मतदान हुआ। हेल्पलाइन 1950 पर शिकायतें दर्ज की गईं।
विपक्ष का हमला: "चुनाव आयोग की नाकामी, वोट चोरी का खेल।"
राजद के तेजस्वी यादव ने कहा, "ईवीएम में खराबी से मतदाता निराश। सर के बाद अब यह? चुनाव आयोग ज़िम्मेदार है।" प्रियंका गांधी ने एनडीए पर वोट चोरी का आरोप लगाया। एनडीए ने पलटवार करते हुए कहा: "तकनीकी समस्या है, सुधारा जा रहा है। विपक्ष अफ़वाहें फैला रहा है।"
यह गड़बड़ी पहले चरण पर असर डाल रही है, जहाँ तेजस्वी और सम्राट चौधरी जैसे दिग्गज चुनाव लड़ रहे हैं। क्या चुनाव आयोग इसमें सुधार करेगा? नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे। मतदाताओं, धैर्य रखें—आपका वोट अमूल्य है!
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