"दिल्ली छतरपुर विधानसभा की अनगिनत परेशानियां: पानी संकट से लेकर आवारा पशुओं के आतंक से जनता परेशान"
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खबर का सार : दक्षिण दिल्ली के छतरपुर विधानसभा में पानी किल्लत, आवारा पशु, जाम और गड्ढों वाली सड़कें बड़ी समस्या। अब अवैध फ्लैट, मॉल, शोरूम बढ़ने से पानी चोरी बढ़ी, एक फ्लैट में 20 कनेक्शन से वैध घरों तक पानी नहीं पहुंचता। भाजपा विधायक करतार सिंह तंवर जनता दरबार लगाते हैं, लेकिन समस्याएं अनसुलझी। पत्रकार दीपक कुमार की शिकायत बेनतीजा। संजीव कुमार ने रिश्वत-अवैध निर्माण आरोप लगाए। MCD-DDA कार्रवाई कर रही, लेकिन निवासी असंतुष्ट।
📝We News 24 :डिजिटल डेस्क » प्रकाशित: 12 अगस्त 2025, 15:35 IST
नई दिल्ली:- दक्षिण दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में बुनियादी समस्याओं की लिस्ट इतनी लंबी है कि निवासी रोजाना की जिंदगी में संघर्ष कर रहे हैं। पानी की किल्लत, पुरानी पाइपलाइनों से गंदा पानी, आवारा गायों और कुत्तों का आतंक, ट्रैफिक जाम और सड़कों पर गड्ढे – ये सब यहां की आम बात बन चुके हैं। हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा से जीते विधायक करतार सिंह तंवर (Kartar Singh Tanwar) तीन बार के विधायक हैं, जो क्षेत्र में कार्यों का निरीक्षण करते हैं और जनता दरबार लगाते हैं, लेकिन कई निवासियों का कहना है कि समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। एक वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार ने बताया कि उन्होंने विधायक को आधा दर्जन से ज्यादा लिखित आवेदन दिए, लेकिन उनके घर तक पानी नहीं पहुंचता और टैंकर से पानी खरीदना पड़ता है।
समस्याओं की जड़ क्या है?
छतरपुर क्षेत्र में पानी की समस्या सबसे गंभीर है। पुरानी पाइपलाइनें लीक हो रही हैं, जिससे गंदा पानी आता है या बिल्कुल नहीं आता। निवासी टैंकरों पर निर्भर हैं, जो महंगा और असुविधाजनक है। इसके अलावा, आवारा गायें और कुत्ते सड़कों पर घूमते हैं, जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा बन चुके हैं। ट्रैफिक जाम रोजाना की समस्या है, खासकर मुख्य सड़कों पर, और गड्ढों से भरी सड़कें दुर्घटनाओं को न्योता देती हैं। पीडब्ल्यूडी की जुलाई 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में सड़क और फुटपाथ से जुड़ी 1686 शिकायतें आईं, जिनमें छतरपुर जैसे इलाकों की हिस्सेदारी बड़ी है। चुनाव से पहले निवासियों ने खराब सड़कें, पानी की गुणवत्ता और प्रदूषण जैसी समस्याओं को प्रमुख मुद्दा बताया था।
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विधायक करतार सिंह तंवर, जो 2025 चुनाव में भाजपा से 80,469 वोटों से जीते, क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे जनता से सीधा संवाद करते हैं और कार्यालय में जनता दरबार लगाते हैं। लेकिन कई लोग शिकायत करते हैं कि निरीक्षण के बावजूद समस्याएं जस की तस हैं। दीपक कुमार जैसे पत्रकार का कहना है, "एक साल हो गया, लेकिन समाधान नहीं। अगर पत्रकार का यह हाल है, तो आम जनता का क्या होगा?" हमने छतरपुर की जनता से पूछा कि विधायक द्वारा कितनी समस्याओं का हल हुआ? कई निवासियों ने कहा कि कुछ छोटे काम हुए, लेकिन बड़ी समस्याएं अनसुलझी हैं। इसके अलावा, आवारा गायें और कुत्ते सड़कों पर घूमते हैं, ट्रैफिक जाम रोजाना की समस्या है, और गड्ढों से भरी सड़कें दुर्घटनाओं को न्योता देती हैं।
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विधायक पर गंभीर आरोप
स्थानीय संजीव कुमार ने विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके फेसबुक पोस्ट्स में बिजली मीटर लगाने के लिए रिश्वत, अवैध निर्माण के लिए रिश्वत, और विधायक के रिश्तेदारों द्वारा अवैध प्रॉपर्टी, फ्लैट या प्लॉट काटने तथा वहां अवैध बिजली-पानी कनेक्शन लगाने के आरोप हैं साथ ही "छतरपुर में 2 करोड़ 32 लाख का सड़क टेंडर: काम आधा, पैसा पूरा… बाकी रकम किसकी जेब में गई? MLA करतार सिंह तंवर से जनता का सीधा सवाल"। हालांकि, इन आरोपों की सच्चाई की पुष्टि नहीं हो सकी, लेकिन निवासियों का कहना है कि जब उनकी समस्याएं हल नहीं हो रहीं, तो ऐसे आरोपों में कुछ दम पुराने रिकॉर्ड्स में तंवर पर 2016 में संपत्ति छिपाने के आरोप लगे थे, लेकिन वे राजनीतिक बताए गए।
मानवीय दृष्टिकोण: आम आदमी की पीड़ा क्यों अनसुनी?
यह समस्याएं सिर्फ आंकड़ों की नहीं, बल्कि लाखों परिवारों की रोजमर्रा की जिंदगी की हैं। अवैध निर्माणों से पानी की चोरी से गरीब परिवार टैंकर खरीदने को मजबूर हैं, जबकि अमीर अवैध फ्लैटों में 20-20 कनेक्शन चला रहे हैं। एक मां को बच्चे को स्कूल छोड़ने में डर लगता है आवारा कुत्तों से, एक बुजुर्ग को गड्ढों वाली सड़क पार करने में मुश्किल होती है। क्या विधायक का जनता दरबार सिर्फ दिखावा है? छतरपुर जैसे इलाकों में रहने वाले ज्यादातर लोग मजदूर या छोटे कारोबारी हैं, जो टैक्स देते हैं लेकिन सुविधाएं नहीं पाते। अवैध निर्माण पानी की बर्बादी बढ़ा रहे हैं, और शिकायतों पर सुनवाई न होना अन्याय है। जनता से अपील है कि वे अपनी समस्याएं साझा करें और जवाबदेही मांगें। विधायक करतार सिंह तंवर (@KartarTanwarBJP) से उम्मीद है कि वे इन मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई करेंगे, खासकर पानी चोरी पर।
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💬 आपको क्या लगता है:- यह स्थिति बेहद चिंताजनक है और दिल्ली की विकास छवि को धूमिल करती है। अवैध निर्माणों से पानी की चोरी न केवल संसाधनों की बर्बादी है, बल्कि गरीबों के हक पर डाका है। विधायक करतार सिंह तंवर की सक्रियता अच्छी है, लेकिन अगर सालों से समस्याएं बनी हैं, तो सख्त कार्रवाई जरूरी – जैसे MCD की हालिया डेमोलिशन को बढ़ावा दें। आरोपों की जांच होनी चाहिए, क्योंकि पारदर्शिता जरूरी है। सरकार को पानी वितरण सिस्टम सुधारना चाहिए, अवैध कनेक्शन काटें और जनता की सुनवाई करें। अगर पत्रकार संघर्ष कर रहे हैं, तो आम आदमी की क्या हालत होगी? उम्मीद है, यह खबर बदलाव लाएगी और छतरपुर को राहत मिलेगी। अपनी राय कमेंट्स में ज़रूर बताइए!
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