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    Detec.in की ठगी का खेल: 1986 से भरोसे का दावा, लेकिन ग्राहकों को लूटने का धंधा! सावधान रहें ऑनलाइन शॉपर्स

    Detec.in की ठगी का खेल: 1986 से भरोसे का दावा, लेकिन ग्राहकों को लूटने का धंधा! सावधान रहें ऑनलाइन शॉपर्स


    We News 24 : डिजिटल डेस्क »✍️ रिपोर्टर राहुल वर्मा ,वी न्यूज 24 के लिए,नई दिल्ली

    नई दिल्ली, 18 दिसंबर 2025 (वी न्यूज 24): अरे भाई, अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग के दीवाने हैं और detec.in वेबसाइट या Detech Devices Private Limited कंपनी से कोई सामान मंगाने की सोच रहे हैं, तो अभी रुक जाइए! ये कंपनी तो ठगों का अड्डा निकली है। वी न्यूज 24 को मिली ढेर सारी शिकायतों से पता चला कि ये लोग अच्छे-खासे सामान के नाम पर घटिया चीजें ठेल देते हैं, और ऊपर से फोन उठाना भी बंद। दिल्ली के एक पत्रकार  दीपक कुमार के तो पूरे 16 हजार रुपये डूब गए, और अब वो पुलिस के चक्कर काट रहे हैं।


    कंपनी का झूठा दावा: 1986 से भरोसा, लेकिन असल में ठगी का जाल

    कंपनी अपनी वेबसाइट पर बड़े-बड़े दावे करती है - "100% असली सामान", "दो-चरण वाली क्वालिटी चेकिंग", और "1986 से विश्वसनीयता"। लेकिन वी न्यूज 24 की पड़ताल में ये सब धोखे का पर्दा निकला। दिल्ली के दीपक कुमार का केस तो जैसे आंखें खोल देने वाला है।

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    दावों और हकीकत का फर्क:

    दावा: कंपनी खुद को 1986 से भारत में सिक्योरिटी डिवाइस बनाने वाली पुरानी और भरोसेमंद बताती है, जो अब रीफर्बिश्ड प्रोडक्ट्स भी बेचती है।

    हकीकत: लेकिन सच्चाई ये है कि ये लोग फ्रॉड के लिए कुख्यात हैं। दीपक जैसे न जाने कितने लोग शिकार हुए - या तो सामान आया ही नहीं, या फिर पुराना और खराब।

    दावा: "Detec Trust Policy™" के नाम पर 24/7 कस्टमर सपोर्ट और आसान रिटर्न का वादा।

    हकीकत: दीपक को कंपनी की सुमन मैसी नाम की महिला ने गलत प्रोडक्ट भेजा, और फिर "ट्रेन लेट हो गई" जैसे फालतू बहाने बनाकर गायब हो गई। कंपनी के सारे नंबर बंद या अनअटेंडेड।


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    Detec.in की ठगी का खेल

    Detec.in की ठगी का खेल

    Detec.in की ठगी का खेल


    दीपक कुमार की कहानी: ठगी का पूरा सिलसिला

    वी न्यूज 24 के रिपोर्टर राहुल वर्मा से बात करते हुए छतरपुर के दीपक ने अपना दर्द बयां किया।

    5 दिसंबर: दीपक ने detec.in से "Zhiyun Crane M3 Standard Kit" गिम्बल 15,588 रुपये में ऑर्डर किया। पूरा पेमेंट कर दिया।

    ऑर्डर के बाद: सुमन मैसी ने फोन करके कहा कि M3 मॉडल नहीं है, दूसरा भेज दें। दीपक ने मना किया, लेकिन कंपनी ने जबरदस्ती पुराना M3 Crane भेज दिया।

    शिकायत: दीपक ने व्हाट्सएप पर मैसेज  भेजकर कंप्लेन किया। सुमन ने पहले बहाने बनाए - "हमारा आदमी गुजरात गया था, ट्रेन लेट है सर"। फिर बोली, "आपने तो बदला हुआ मॉडल कन्फर्म किया था"।

    संपर्क बंद: इसके बाद कंपनी ने फोन उठाना बंद कर दिया। दीपक ने 14 दिसंबर को लीगल नोटिस भेजा, और 16 दिसंबर को महरौली पुलिस में एफआईआर कराई।

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    दीपक अकेले नहीं, शिकायतों का ढेर

    वी न्यूज 24 ने चेक किया तो ConsumerComplaintsCourt.com जैसी साइट्स पर 2022 से अब तक दर्जनों कंप्लेंट्स मिलीं। सबकी कहानी एक जैसी:

    मृदुल मौर्या (जुलाई 2023): हेवल्स डिमर ऑर्डर किया, लेकिन कंपनी गायब। एक बार रिफंड का वादा किया, फिर चुप।

    शिवाजी तल्लूरी (जून 2023): बॉश डिशवॉशर मंगाया, लेकिन खराब सामान आया।

    विक्की वालचेव (अगस्त 2023): Xbox रिसीवर के पैसे दिए, कोई जवाब नहीं।

    प्रसाद (मार्च 2024): कैमरा लेंस के लिए 1000 रुपये एडवांस दिए, फिर कंपनी ने फोन बंद कर दिया। पुलिस कंप्लेन करनी पड़ी।

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    वी न्यूज 24 की जांच: कंपनी से संपर्क करने की कोशिश फेल

    हमारे रिपोर्टर राहुल वर्मा ने कंपनी के मानसरोवर गार्डन, दिल्ली वाले पते और नंबर्स चेक किए। रिजल्ट? जीरो!

    सुमन मैसी का व्हाट्सएप (9212084479): मैसेज रीड हुए, लेकिन रिप्लाई नदारद।

    दूसरे नंबर (9266552102, 9971682788): स्विच ऑफ।

    एक नंबर (9310172672): रिंग गई, लेकिन कोई नहीं उठाया।

    साफ है, ये लोग ठगने में माहिर हैं। पता भी संदिग्ध लगता है।

    Detec.in की ठगी का खेल


    अगर फंस गए हैं, तो ये करें:

    राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन: 1915 या 1800-11-4000 पर कॉल करें। व्हाट्सएप (8800001915) या https://consumerhelpline.gov.in/public/  पर कंप्लेन दर्ज कराएं।

    साइबर क्राइम सेल: ऑनलाइन फ्रॉड के लिए लोकल साइबर सेल में लिखित शिकायत दें।

    लीगल नोटिस: वकील से नोटिस भिजवाएं, ये अक्सर काम करता है।

    सोशल मीडिया अलर्ट: #DetecFraud जैसे हैशटैग यूज करके स्टोरी शेयर करें, ताकि और लोग बचें।

    दीपक का मैसेज: "भाई लोग, मेरी कहानी से सीख लो। detec.in से कुछ मत खरीदना। ये प्रोफेशनल ठग हैं। मैंने पुलिस में केस किया है, ताकि और किसी का पैसा न जाए।"


    वी न्यूज 24 की सलाह: ऑनलाइन शॉपिंग करो, लेकिन स्मार्ट बनकर। नई साइट से पहले गूगल पर 'स्कैम' या 'रिव्यू' सर्च कर लो। क्रेडिट कार्ड या UPI यूज करो, बैंक ट्रांसफर से बचो। अगर ठगी हो गई, तो तुरंत 1915 पर कंप्लेन करो और साइबर सेल बताओ।

    ये केस पुलिस के पास है, और वी न्यूज 24 अपडेट्स देता रहेगा। सतर्क रहो, सुरक्षित रहो!







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